मंदसौर/गरोठ/बोलिया। गरोठ उपचुनाव में रविवार को भाजपा के स्टार प्रचारक शिवराजसिंह चौहान भी मैदान में उतर गए। जनदर्शन यात्रा में उपयोग किए गए रथ में बैठकर मुख्यमंत्री ने बोलिया से लेकर चचावदा पठारी तक 20 गांवों में प्रचार किया। बोलिया, खड़ावदा, मेलखेड़ा में आम सभा भी की। गरोठ में रोड शो किया तो कुछ प्रमुख गांवों में रथसभा भी की। हालांकि बोवनी में व्यस्त ग्रामीण खेतों में ही ज्यादा दिखे।

गरोठ विस उपचुनाव के मतदान में अब महज 6 दिन बचे हैं और दोनों ही पक्षों में गहमागहमी बढ़ती ही जा रही है। भाजपा के कमजोर प्रत्याशी चयन ने रणनीतिकारों की नींद उड़ा दी है। ऐसे में रविवार को भाजपा ने अपने तुरुप के इक्के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को ही मैदान में उतार दिया। अब वे दो दिनों तक विस क्षेत्र के अधिकांश गांवों की गली-गली नापेंगे। रविवार को भी दोपहर 12 बजे बोलिया में बस स्टैंड से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हर वर्ग का ध्यान रखा है। प्रदेश सरकार किसान गरीब, मजदूर सहित हर वर्ग के लोगों की अपेक्षा पर खरी उतरी है। यह चुनाव चंदरसिंह नहीं लड़ रहा है। यह चुनाव शिवराजसिंह लड़ रहा है। जल्द ही गरोठ-भानपुरा क्षेत्र में लघु उद्योग की स्थापना होगी। चंबल का पानी किसान भाइयों के खेतों में आएगा। जिससे खेती फायदे का धंधा बनेगी और किसान भाई चिंता न करें, संतरे के पौधे में काली मस्सी की दवा भी शिवराजसिंह देगा। संचालन कृष्णकांत श्रीवास्तव ने किया।

सब्जी वालों को भी

कहा- लोन देंगे

गरोठ में रोड शो के दौरान शिवराजसिंह ने महिलाएं दिखी तो उनकी माइक से उनकी बात कही। पुराने बस स्टैंड पर रथ रुका तो वहां सब्जी मंडी देखकर सब्जी विक्रेताओं के लिए चलाई गई योजनाओं का नाम लेना शुरू कर दिया। सब्जी विक्रेताओं के लिए 5 हजार रुपए तक का लोन देने वाली योजना का जिक्र किया। गरोठ में माली मोहल्ले से घुसा रथ मस्जिद चौक, बोलिया रोड, रामपुरा दरवाजा, पुराना बस स्टैंड, शामगढ़ रोड होते हुए रथ बाहर निकल गया।

कभी बारिश तो कभी

आंधी ने भी रोका रास्ता

रोड शो के दौरान मौसम खराब होने के बाद आंधी व बारिश ने भी रास्ता रोका। गरोठ में दोपहर 3.30 बजे के लगभग धूल भरी आंधी के साथ बरसात भी हुई। हालांकि थोड़ी देर में मौसम साफ भी हो गया।

एक दिन में 20 गांव

नापे, रात भी गुजारी

रविवार को सीएम ने बोलिया से रथ द्वारा लगभग 20 गांवों में प्रचार किया। इनमें कालाखेड़ा, पावटी, सपानिया, चिकनिया, लांबीखेड़ी, रातीखेड़ी, खजूरी दौड़ा,बर्डिया अमरा, मेलखेड़ा, कुंडला, साठखेड़ा, गुराड़िया नरसिंह, बरखेड़ा गंगासा, खड़ावदा, देथली बुजुर्ग, गरियाखेड़ी, ढलमू शामिल हैं। रात्रि विश्राम चचावदा पठारी में ही किया।