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सार

  • आज भारी गिरावट के कारण शेयर बाजार में लोअर सर्किट लगा।
  • सेंसेक्स 3934.72 अंक की गिरावट के साथ 25,981.24 के स्तर पर बंद हुआ।
  • नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 7610.25 के स्तर पर बंद हुआ।

विस्तार

कोरोना वायरस से शेयर बाजार भी अछूता नहीं रहा। जानलेवा कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ने से घरेलू बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। गिरावट के कारण बाजार में लोअर सर्किट लगा, यानी 45 मिनट के लिए कारोबार बंद कर दिया गया था। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 3934.72 अंक यानी 13.15 फीसदी की गिरावट के साथ 25,981.24 के स्तर पर बंद हुआ। यह सेंसेक्स के इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1135.20 अंक यानी 12.98 फीसदी की गिरावट के साथ 7610.25 के स्तर पर बंद हुआ।

ऐसा रहा दिग्गज शेयरों का हाल

दिग्गज शेयरों की बात करें, तो आज सभी कंपनियों के शेयर लाल निशान पर बंद हुए। शीर्ष गिरावट वाले शेयरों में निम्नलिखित शामिल हैं-
  • एक्सिस बैंक ( -27.60 फीसदी )
  • बजाज फिन्सर्व ( -27.48 फीसदी )
  • इंडसइंड बैंक ( -23.92 फीसदी )
  • बजाज फाइनेंस ( -22.73 फीसदी )
  • जी लिमिटेड ( -19.98 फीसदी )
  • आईसीआईसीआई बैंक ( -18.31 फीसदी )
  • मारुति ( -17.74 फीसदी )
  • ग्रासिम ( -17.65 फीसदी )
  • जेएसडब्ल्यू स्टील ( -16.98 फीसदी )
  • एल एंड टी ( -16.62 फीसदी )
IRCTC के शेयरों में लोअर सर्किट
आज IRCTC के शेयरों में भी लोअर सर्किट लगा। बाजार खुलने के साथ कंपनी के शेयर पांच फीसदी तक लुढ़ककर 903 रुपये पर आ गए, जिसके बाद कंपनी के शेयरों पर लोअर सर्किट लग गया। ट्रेनों का परिचालन रद्द किए जाने की वजह से आईआरसीटीसी के सभी फूड प्लाजा, रिफ्रेशमेंट रूम, जन आहार एवं अन्य सेवाओं को बंद करना पड़ा है। इससे कंपनी की आमदनी पर जबरदस्त असर पड़ना तय है और यही वजह है कि कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली।
गिरावट के कारण
  • देश में कोरोना वायरस के चलते मरने वालों का आंकड़ा सात पहुंच गया है। कई राज्यों में लॉकडाउन घोषित किया गया है। महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या सबसे अधिक यानी 89 पहुंच गई है। इसकी वजह बाजार में लगातार गिरावट जारी है।
  • ना सिर्फ भारत, बल्कि दुनियाभर के बाजारों का यही हाल है। अमेरिका और एशिया सहित वैश्विक बाजारों में जोरदार गिरावट देखी जा रही ह, जिससे घरेलू बाजार प्रभावित हो रहा है।
  • विदेशी निवेशक सतर्क हैं और भारतीय बाजार से लगातार पैसा निकाल रहे हैं। करीब दो हफ्ते में उन्होंने 50,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।
  • डॉलर के मुकाबले रुपया में सोमवार को बड़ी गिरावट आई। शुरुआती कारोबार के दौरान 95 पैसे की गिरावट के साथ रुपया 76.15 के स्तर पर आ गया। देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों और घरेलू शेयर बाजार में भारी बिकवाली से रुपये पर दबाव देखने को मिला। भारतीय रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 95 पैसे की गिरावट के साथ 76.15 के स्तर पर आ गया।
कच्चे तेल में भी गिरावट 
सोमवार को शेयर बाजार की तरह कच्चे तेल के बाजार में भी हाहाकार देखा गया। एमसीएक्स पर एक्टिव क्रूड ऑइल फ्यूचर का 4 फीसदी का पहला लोअर सर्किट लगा और यह 7.74 फीसदी की गिरावट के साथ प्रति बैरल 1788 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आज सभी सेक्टर्स लाल निशान पर बंद हुए। इनमें ऑटो, एफएमसीजी, आईटी, मीडिया, मेटल, फार्मा, पीएसयू बंक, प्राइवेट बैंक और रियल्टी शामिल हैं।

इतना हुआ बाजार पूंजीकरण
सेंसेक्स में तेज गिरावट के कारण बीएसई में कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 10 लाख करोड़ रुपये की कमी आ गई है। शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद मार्केट कैप 116.09 लाख करोड़ रुपए था, जो अब घटकर 105.91 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है।

दिनभर ऐसा रहा बाजार का हाल
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार बहाल होने के बाद भी गिरावट बरकरार रही। सेंसेक्स 3,185.84 अंक लुढ़ककर 26,730.12 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 923.95 अंक का गोता लगाकर 7,821.50 अंक पर पहुंच गया था। सेंसेक्स में सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान लगभग 3,000 अंकों की भारी गिरावट आई थी।