याकूब के हमदर्द की तलाश में मुंबई पुलिस, आईएस का बनना चाहता है प्रवक्ता
मुंबई। मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी उस व्यक्ित की तलाश में हैं, जिसने सोशल मीडिया पर घोषणा की है कि वह 1993 के सीरियल धमाकों के दोषी याकूब मेमन का हमदर्द है। इस व्यक्ित ने यह भी कहा है कि वह इस्लामिक स्टेट का आधिकारिक प्रवक्ता बनने के लिए अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ना चाहता है।
पुलिस के सूत्रों के अनुसार, यह व्यक्ित नवी मुंबई का रहने वाला है। उसे बांद्रा में ट्रेस किया गया था, जहां क्राइम ब्रांच के अधिकारी मंगलवार की दोपहर को उसे गिरफ्तार करने गए थे। हालांकि, वह पुलिस के जाल से बच निकला। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी कुछ दिन पहले एक सतर्क नागरिक के जरिये हुई।
सूत्रों ने बताया कि लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट पर यह संदिग्ध व्यक्ित जुबैर अहमद खान के नाम से मौजूद है। उसने आईएस के नेता अबू बकर अल-बगदादी के नाम लिखी अपनी पोस्ट में इच्छा जाहिर की है कि उसे इराक और सीरिया के इलामों में खलीफा की घोषणा करने वाले आतंकी समूह के पश्िचम एशियाई क्षेत्र का आधिकारिक प्रवक्ता बना दिया जाए।
इस संदिग्ध ने दावा किया है कि वह पेशे से पत्रकार है। उसने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा है कि यदि आईएस उसे चुनती है, तो वह अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ने के लिए तैयार है। मेमन को 30 जुलाई को फांसी दिए जाने से पहले और उसके बाद उसने कई पोस्ट की हैं, जिसमें उसने मेमन को शहीद बताया है।
एक अगस्त को की अपनी पोस्ट में उसने लिखा था कि वह आईएस का प्रवक्ता बनने की अपनी इच्छा जाहिर करने के लिए चार अगस्त को राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली स्थित इराकी दूतावास जाएगा। उसने यह भी लिखा था कि वह पाकिस्तानी दूतावास में अपने वीजा आवेदन के लिए भी जाएगा।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं प्रकाशित करने के अनुरोध पर बताया कि उस संदिग्ध की पोस्ट फेसबुक और ट्विटर पर वायरल हो गई है। कुछ लोगों ने उसकी पोस्ट को प्रधानमंत्री के ट्विटर हैंडल और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के फेसबुक पेज पर फॉरवर्ड किया है। पुलिस ने उसकी कुछ पोस्ट को डिलीट कर दिया है, लेकिन उसे पूरी तरह से नहीं हटा पाई है क्योंकि यह पोस्ट वायरल हो गई है।