बिना कॉपी जांचे यूनिवर्सिटी ने निकाला रिजल्ट, बाद में लिया वापिस
ग्वालियर। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी ने एक ऎसी परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया जिसकी कॉपियां अभी जांची ही जा रही है। अधिकारियों को इसकी जानकारी मिलते ही आनन-फानन में वेबसाइट से रिजल्ट हटवाया गया। रिजल्ट जारी होने के बाद सौ से ज्यादा छात्र रिजल्ट के प्रिंट आउट भी निकाल चुके है। अब यूनिवर्सिटी के अधिकारी इन नतीजों को अनाधिकृत बता रहे है। बीयूएमएस फर्स्ट ईयर के रिजल्ट को लेकर यूनिवर्सिटी में घमासान मचा हुआ है।
यूनानी कमेटी के चेयरमैन डॉ. अब्दुल कवी ने ही मूल्यांकन में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए रिजल्ट जारी नहीं करने की मांग की थी। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने मूल्यांकनकर्ताओं की पैनल बनाकर दोबारा कॉपियां जंचवाने की हामी भरकर विवाद टालने की कोशिश की। नई कमेटी ने मूल्यांकन का काम शुरू किया ही था कि गुरूवार को पहले जंची कॉपियों के आधार पर तैयार रिजल्ट एमपी ऑनलाइन के पोर्टल पर जारी कर दिया। छात्र-छात्राओं की इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने रिजल्ट डाउनलोड कर लिए।
गुरूवार शाम करीब 4 बजे से रात 11 बजे तक एमपी ऑनलाइन की वेबसाइट पर रिजल्ट नजर आता रहा। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को इसकी जानकारी मिली तो रात को ही एमपी ऑनलाइन से संपर्क कर रिजल्ट की लिंक बंद करवाई। अब गलती छिपाने के लिए अधिकारी इस रिजल्ट को अधिकृत नहीं बताते हुए जिम्मेदार पर कार्रवाई की बात कह रहे है।
कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य की भूमिका संदिग्ध
एमपी ऑनलाइन के पोर्टल पर रिजल्ट जारी होने के पीछे एक कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य की भूमिका ही संदिग्ध मानी जा रही है। एक विषय के विशेषज्ञ होने के बावजूद उन्होंने ही चार-चार विषयों की कॉपियां जांची है। गुरूवार से ही यूनिवर्सिटी ने कॉपियों का दोबारा मूल्यांकन शुरू किया है। शंका जताई जा रही है कि पूर्व में हुए मूल्यांकन के आधार पर नतीजे जारी कराने के लिए यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों से सांठ-गांठ कर रिजल्ट अपलोड कराए गए हो। जबकि ऑब्स एंड गायनिक की एक महिला प्रोफेसर ने एनोटॉमी की कॉपियां जांची है। पोर्टल पर जारी हुए रिजल्ट के अनुसार एक ही कॉलेज के 50 में से 24 बच्चे एनोटॉमी विषय में ही फेल हुए है।
वर्जन
बीयूएमएस फर्स्ट ईयर की कॉपियां दोबारा से जंचवाई जा रही है। गुरूवार रात को हमें सूचना मिली कि रिजल्ट एमपी ऑनलाइन की वेबसाइट पर अपलोड हो गया। तुरंत रिजल्ट की लिंक हटवा दी गई। एमपी ऑनलाइन को रिजल्ट कैसे मिला इसकी जांच की जा रही है। यूनिवर्सिटी का कोई कर्मचारी या अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। गुरूवार को जारी रिजल्ट अधिकृत नहीं है।