बंधक युवती ने लिपिस्टिक से लिखा पत्र खिड़की से फेंका, हुई आजाद
इंदौर। कोलकाता के हावड़ा से आई एक लड़की को श्रीजी वैली में एक युवक ने बंधक बनाकर रख लिया। तीन घंटे तक वह कमरे में बंद रही। लड़की ने लिपिस्टिक से एक पेज पर हेल्प के साथ अपना मोबाइल नंबर और नाम लिखकर खिड़की से नीचे फेंका। उड़ता हुआ खत जब लोगों के हाथ लगा तो उसे छुड़ाया गया। बंधक बनाने वाला युवक कार से भाग निकला। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
श्रीजी वैली अपार्टमेंट के 202 नंबर के फ्लैट में अरविंद मालवीय किराए से रहता है।साथ में उसकी पत्नी भी रहती है। कोलकाता से आई लड़की वर्षा नंदी ने बताया कि वह प्रमोशन का काम करती है।
उसने बताया-मुझे अरविंद का फोन आया था। उसने कहा कि आपका नंबर एक दोस्त से मिला है। आपको दस दिन के लिए एक शॉपिंग मॉल के प्रमोशन के लिए ईवेंट प्रोग्राम करना है। रोज 1 हजार स्र्पए मिलेंगे। उसकी बात पर विश्वास कर मैं एरोप्लेन से गुस्र्वार शाम इंदौर पहुंची। टैक्सी ड्राइवर ने मुझे अरविंद के घर छोड़ा।
अरविंद से जब काम और उसके पेमेंट के बारे में बात की तो वह मुझे बरगलाने लगा। दोपहर 2 बजे उसने कहा कि आपके साथ आए एक व्यक्ति को हमने 34 हजार स्र्पए दे दिए हैं। जब मैंने बोला कि मेरे साथ कोई नहीं आया। मुझे झूठ बोलकर यहां क्यों लाया गया है तो वह मारपीट करने लगा। उसने मुझे कमरे में बंद कर दिया। फिर एक कागज पर लिपिस्टिक से हेल्प के साथ मैंने अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखकर उसे खिड़की से नीचे फेंका।
कनाड़िया टीआई संजय चतुर्वेदी ने अरविंद के खिलाफ केस दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस यह जानने में लगी है कि अरविंद ने वर्षा को किस मकसद से यहां बुलाया है। उसकी पत्नी से भी पूछताछ की जाएगी। वर्षा के महिला थाने में पुलिस ने बयान लिए हैं।