आपकी जेब पर बढ़ गया बोझ, कर्ज पर ब्याज दरें बढ़ी, अब बढ़ेगी ईएमआई
पीएनबी के लिए बढ़ोतरी 20 बेसिस प्वाइंट (100 बेसिस प्वाइंट मतलब एक फीसदी) की है. नयी दरें पहली मार्च से प्रभावी होंगी.
नई दिल्लीः तीन बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और आईसीआईशीआई बैंक ने कर्ज पर ब्याज दर बढ़ाने का ऐलान किया है. एसबीआई ने जहां एमसीएलआऱ चौथाई फीसदी तक बढ़ायी है, वहीं पीएनबी के लिए बढ़ोतरी 20 बेसिस प्वाइंट (100 बेसिस प्वाइंट मतलब एक फीसदी) की है. नयी दरें पहली मार्च से प्रभावी होंगी.
कर्ज पर ब्याज दर के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लैंडिग रेट यानी एमसीएलआर को आधार बनाया जाता है. ये व्यवस्था पहली अप्रैल 2016 से शुरु की गयी. इस व्यवस्था में विभिस्न स्रोतों से जुटाए पैसे की लागत को आधार बनाया जाता है. ये दर अलग-अलग मियाद के लिए तय होती है. एमसीएलआर के ऊफर बैंक अपना मार्जिन जोड़ते हैं और इस तरह विभिन्न किस्म के कर्ज के लिए ब्याज दर तय होती है. वैसे तो पहली अप्रैल 2016 के पहले बेस रेट पर कर्ज दिए जाते थे, लेकिन इस साल पहली अप्रैल से जिन लोगों ने बेस रेट पर कर्ज ले रखे हैं, उनके कर्ज अब एमसीएलआर पर आधारित होंगे. एमसीएलआर बाजार की हकीकत के ज्यादा करीब होता है.
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने अलग-अलग मियाद के लिए एमसीएलआर 10 बेसिस प्वाइंट से 25 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की है. इसमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण एक साल के लिए एमसीएळआर है जिसकी दर 7.95 फीसदी के बाजए 8.15 फीसदी होगी, यानी 20 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी. घर कर्ज के लिए बैंक इसमें 35 से लेकर 45 बेसिस प्वाइंट का मार्जिन जोड़ता है. मतलब ये हुआ कि जहां 75 लाख रुपये तक के घर कर्ज के लिए पहले महिलाओं के घर कर्ज की ब्याज दर 8.30 फीसदी थी, वो अब साढ़े आठ फीसदी होगी, वहीं दूसरी ओर बाकियो के लिए ब्याज दर 8.35 फीसदी के बजाए 8.55 फीसदी होगी.
पंजाब नेशनल बैंक ने अलग-अलग मियाद के लिए एमसीएलआऱ में 15 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है. इस तरह अब एक साल का एमसीएलआर 8.15 फीसदी के बजाए 8.30 फीसदी होगी. घर कर्ज के मामले में बैंक महिलाओं के लिए 20 बेसिस प्वाइंट्स और बाकियों के लिए 35 बेसिस प्वाइंट्स का मार्जिन लगाता है तो ऐसी सूरत में महिलाओं के लिए घर कर्ज की ब्याज दर साढ़े आठ फीसदी और बाकियो के लिए 8.55 फीसदी होगी, यानी भारतीय स्टेट बैंक के बराबर.
दो प्रमुख सरकारी बैंकों के बाद उम्मीद है कि बाकी सरकारी बैंक भी जल्द ही ब्याज दर बढ़ाएंगे. दिलचस्प बात ये है कि अभी तक रिजर्व बैंक ने नीतिगत ब्याज दर में कोई बढ़ोतरी नहीं की है, लेकिन जमा की लागत बढ़ने की वजह से बैंक कर्ज महंगा कर रहे हैं. एसबीआई ने बुधवार को ही जमा पर ब्याज दरें बढ़ायी जबकि पीएनबी ने बढ़ोतरी पहली मार्च से की है.