क्या वाराणसी में मोदी-केजरीवाल होंगे आमने-सामने?
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को वाराणसी से चुनावी रण में टक्कर देने के लिए उतर सकते हैं। रविवार को हुई कानपुर की झाड़ू चलाओ, बेईमान भगाओ रैली में आप की तरफ से इस बात के संकेत मिले हैं। कल हुई रैली में केजरीवाल के निशाने पर मोदी समेत कांग्रेस और रिलायंस कंपनी के मालिक मुकेश अंबानी रहे।
ऐसा पहली बार नहीं है कि आप की ओर से इस बात को कहा गया हो कि उनका कोई बड़ा उम्मीदवार ही भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेगा। लेकिन कानपुर की रैली में इसको लेकर काफी स्पष्ट संकेत दिए। आप नेता मनीष सिसोदिया ने रविवार को कानपुर रैली के दौरान कहा कि यदि नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ते हैं तो अरविंद केजरीवाल उनके खिलाफ उतरेंगे। हालांकि इसको लेकर अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
आप के अंदर केजरीवाल को मोदी के खिलाफ उतारने की तैयारी भी जोर शोर से चल रही है। हालांकि इसमें कुछ दिक्कतें भी हैं। सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि खुद केजरीवाल यह बात कई बार कह चुके हैं कि किसी भी मौजूदा विधायक को लोकसभा का टिकट नहीं दिया जाएगा। ऐसे में उनका मोदी को चुनावी रण में टक्कर देना कितना संभव होगा यह अभी तक भविष्य के गर्भ में छिपा है। दूसरी समस्या यह भी है कि जिस तरह से आप प्रत्याशियों को उनकी ही पार्टी में विरोध चल रहा है उसको देखते हुए भी उनका यह कदम घातक साबित हो सकता है।
आप नेता संजय सिंह ने भी कहा कि लोग चाहते हैं कि अरविंद केजरीवाल मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ें। हम जनभावना का सम्मान करते हैं। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी के वाराणसी से चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है। हालांकि इस बारे में भी अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है और इसमें कुछ समस्याएं भी पार्टी के सामने आ रही हैं। भाजपा के लिए इसमें सबसे बड़ी समस्या वाराणसी से मौजूदा सांसद मुरली मनोहर जोशी बने हुए हैं जिन्होंने यहां की सीट छोड़ने से इन्कार कर दिया है।