महाराष्ट्र : मराठा आंदोलन में लाखों की भीड़ देख राजनीतिक दलों के होश उड़े
मुंबई : महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन फिर जोर पकड़ रहा है. कई जिलों में महाआंदोलन की शुरुआत हो चुकी है. लाखों की भीड़ देखकर राजनीतिक पार्टियों के होश उड़े हुए हैं. मराठा आंदोलन पर एबीपी न्यूज ने बड़ी पड़ताल की है.
एक वक्त देश के बड़े हिस्से पर मराठाओं का राज था. वो ये राज चलाते थे, महाराष्ट्र से, मराठा महाराष्ट्र की पहचान है. लेकिन यही मराठा अब लाखों की तादाद मे सड़क पर उतर गया है. महाराष्ट्र की राजनीती मे भूचाल की आहट देनेवाली ये स्थिति है.
मुंबई से दूर महाराष्ट्र के जिलों में लाखों मराठा सड़क पर उतर रहे है, इसमें बड़ी तादाद मे महिलाएं है, स्कुली लड़कियां हैं. साथ ही मराठा समाज के युवा है, और बुजुर्ग भी है. जलगांव मे हूए आंदोलन में लाखों की भीड़ उमड़ी थी.
महाराष्ट्र में सबसे पहला मराठाओं का मोर्चा निकला मराठवाडा के औरंगाबाद में. अब ये आंदोलन की आग पुरे राज्य मे फैल रही है. ये समाज विरोध कर रहा है, अहमदनगर जिले के कोपर्डी मे एक मराठा समाज की नाबालीग लडकी पर हूए बलात्कार और हत्या का. यहां आरोपी दलित समाज के थे.
मराठा आंदोलनकारियो की तीन बड़ी मांगे :
पहली मांग- कोर्पर्डी बलात्कार और हत्या के आरोपीयों को फांसी दी जाएं
दुसरी मांग- एट्रॉसीटी कानुन रद्द किया जाए
तीसरी मांग- मराठा समाज को शिक्षा और नौकरीयों में आरक्षण दिया जाए
लाखों की तादाद में जब भी कोई समाज सड़क पर उतरता है तो कई सवाल खड़े होते हैं. एक तो इसका महाराष्ट्र की राजनीती पर क्या असर होगा, दुसरा क्या इसके पिछे क्या कोई राजनीतीक पार्टी है, या कोई नेता है. या फिर ये एक समाज का असंतोष है.
महाराष्ट्र की राजनीती पर हावी रहनेवाला बड़ा समाज रहा है मराठा. वो जब बिना किसी नेता के लाखों की तादाद मे सड़क पर उतरा तो राज्य की राजनीती मे भूचाल आ गया. आशंकाए व्यक्त की जा रही है की कही इस आंदोलन से महाराष्ट्र मे दलित और मराठा समाज में दरार पैदा हो सकती है.
राजनीतीक हलकों में ये भी अटकलें हैं की इन आंदोलनों के पीछे एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार हैं. जो हारी हुई पार्टी में जान फूंकने के लिए मराठाओं को इकट्ठा कर रहे हैं. कुछ लोग कह रहे है इसके पिछे भैय्यूजी महाराज हैं. कुछ लोगों को लगता है की महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की कमान देवेंद्र फडणवीस के हाथों मे हैं जो ब्राम्हण हैं. इसलिए उनकी सरकार को अस्थिर करने की ये साजीश है.