भोपाल। राजधानी में भरपूर और झमाझम बारिश से जुलाई में होने वाली बारिश का कोटा पूरा हो गया है। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात से शुरू हुई बूंदाबांदी का सिलसिला रविवार दोपहर दो बजे थमा। इस बीच कभी रिमझिम, तो कभी बूंदाबांदी, कभी तेज, तो कभी सिर्फ फुहारें गिरीं। उधर, लगातार बारिश ने राजधानी के कई क्षेत्रों में डूब की स्थिति बना दी। नरेला विधानसभा के द्वारकानगर में तो सड़क से लेकर घर के भीतर तक घुटनों तक पानी भर गया।

हालात यह रहे कि महापौर आलोक शर्मा, निगमायुक्त से लेकर निगम का पूरा प्रशासनिक अमला यहां पानी निकालने में लग गया। सड़कों पर भी पानी जमा हुआ और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी।� मौसम विभाग के अनुसार शहर में लगातार करीब 36 घंटे पानी बरसा, जिसने कई साल का रिकार्ड तोड़ दिया। रविवार को अधिकतम तापमान 25.4 और न्यूनतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस रहा।विवार को करोद स्थित मोहिनीनगर में हाईटेंशन लाइन का खंभा उखड़ गया। गनीमत रही कि खंभे के पास ईंटों का ऊंचा ढेर था, जिससे यह पास के मकान से एक फीट दूर ही अटक गया, नहीं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।

प्रभावित रही सप्लाई

कोलार के महाबली से लेकर नम्रता नगर, शिवाजी नगर, माता मंदिर, कोटरा, नेहरूनगर, वैशाली नगर, भदभदा, एमपी नगर, टीटी नगर, जहांगीराबाद, मोती मस्जिद क्षेत्र कई क्षेत्रों में दिनभर बिजली की आवाजाही चलती रही। उधर, बारिश की वजह से अयोध्या नगर की ओर अंडरग्राउंड बिजली केबल जल गई।

बारिश ने लगाया ट्रेनों के पहियों पर ब्रेक

38 घंटे तक लगातार हुई बारिश ने जहां जन-जीवन अस्त व्यस्त किया, वहीं यातायात नेटवर्क को भी बुरी तरह प्रभावित कर दिया। रेलवे ट्रैक पर बारिश का पानी भर जाने के कारण दर्जनों टे्रनें रविवार को घंटों देरी से भोपाल स्टेशन पर पहुंचीं। इसमें भोपाल जयपुर एक्सप्रेस लगभग 8 घंटे लेट रही। ट्रेनों की देरी के चलते यात्री हलाकान होते रहे। लेट होने वाली टे्रनों में कामायनी एक्सप्रेस एक घंटा 45 मिनट, शान-ए-भोपाल 1.10 घंटे, प्रतापगढ़ एक्सप्रेस एक घंटा, जोधपुर भोपाल एक्सप्रेस 1.10 घंटे,� कुशीनगर एक घंटा, पंजाब मेल एक घंटा और झेलम 40 मिनट की देरी से भोपाल पहुंचीं।

शनिवार� रात 12 से सुबह 8.30 बजे तक- 23.8 मिमी

0 सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक- 56.4 मिमी

0 शाम 5.30 से रात 8.30 बजे तक- 74.7 मिमी

0 रात 8.30 से रात 12 बजे तक- 120.3 मिमी

0 रविवार� रात 12 से सुबह 8.30 बजे तक- 148.8 मिमी

0� सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक- 177.9 मिमी

बढ़ा डेंगू का खतरा

बीते दिनों पड़ रही गर्मी के बाद शनिवार-रविवार को हुई बारिश से लोगों को भले ही राहत मिली हो, लेकिन इसनेे नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पसीने छुड़ा दिए हैं। तेज धूप के बाद कई घंटे रुक-रुककर हुई बारिश ने शहर में डेंगू का खतरा बढ़ा दिया है। सड़कों और जगह-जगह खुदे गड्ढों में बारिश का पानी भर गया है। ऐसे में आने वाले दिनों में जब तेज धूप निकलेगी तो इन गड्ढों में भरे पानी में डेंगू मच्छर पैदा होने का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर में बारिश से पहले ही डेंगू के 7 मामले सामने आ चुके हैं।

अभी तक अस्पतालों में व्यवस्था नहीं

वहीं, खतरे की बात यह है कि बारिश शुरू होने के बावजूद अब तक अस्पतालों की तैयारी अधूरी है। अस्पतालों में अब तक डेंगू के लिए स्पेशल वार्ड नहीं बने हैं। यही नहीं जेपी अस्पताल में खून से प्लेटलेट्स अलग करने वाली मशीन खराब पड़ी हुई है।

अस्पतालों को निर्देश

डेंगू की रोकथाम के लिए मलेरिया विभाग की टीम लार्वा का सर्वे कर रही है। इसके साथ ही स्कूलों में भी आदेश दिए गए हैं कि वे अपनी पानी की टंकियां साफ करें। अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं रखने के निर्देश दिए गए हैं।

गौतमनगर में एम 221 चेतकब्रिज के पास, कल्याणी हॉस्टल के पास शिवाजी नगर, शिवाजी नगर ब्लॉक 110/9 के पास, नेहरू नगर आईआईएफएम के पास बबूल का पेड़ रोड पर गिर गया। करोंद, सुभाष नगर, ईदगाह हिल्स, भोपाल टॉकीज, बैरसिया रोड और श्यामला हिल्स क्षेत्रों में भी पेड़ गिरे।