36 घंटे से जारी है बारिश, बाढ़ जैसे हालात
प्रभावित रही सप्लाई
कोलार के महाबली से लेकर नम्रता नगर, शिवाजी नगर, माता मंदिर, कोटरा, नेहरूनगर, वैशाली नगर, भदभदा, एमपी नगर, टीटी नगर, जहांगीराबाद, मोती मस्जिद क्षेत्र कई क्षेत्रों में दिनभर बिजली की आवाजाही चलती रही। उधर, बारिश की वजह से अयोध्या नगर की ओर अंडरग्राउंड बिजली केबल जल गई।
बारिश ने लगाया ट्रेनों के पहियों पर ब्रेक
38 घंटे तक लगातार हुई बारिश ने जहां जन-जीवन अस्त व्यस्त किया, वहीं यातायात नेटवर्क को भी बुरी तरह प्रभावित कर दिया। रेलवे ट्रैक पर बारिश का पानी भर जाने के कारण दर्जनों टे्रनें रविवार को घंटों देरी से भोपाल स्टेशन पर पहुंचीं। इसमें भोपाल जयपुर एक्सप्रेस लगभग 8 घंटे लेट रही। ट्रेनों की देरी के चलते यात्री हलाकान होते रहे। लेट होने वाली टे्रनों में कामायनी एक्सप्रेस एक घंटा 45 मिनट, शान-ए-भोपाल 1.10 घंटे, प्रतापगढ़ एक्सप्रेस एक घंटा, जोधपुर भोपाल एक्सप्रेस 1.10 घंटे,� कुशीनगर एक घंटा, पंजाब मेल एक घंटा और झेलम 40 मिनट की देरी से भोपाल पहुंचीं।
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शनिवार� रात 12 से सुबह 8.30 बजे तक- 23.8 मिमी
0 सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक- 56.4 मिमी
0 शाम 5.30 से रात 8.30 बजे तक- 74.7 मिमी
0 रात 8.30 से रात 12 बजे तक- 120.3 मिमी
0 रविवार� रात 12 से सुबह 8.30 बजे तक- 148.8 मिमी
0� सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक- 177.9 मिमी
बढ़ा डेंगू का खतरा
बीते दिनों पड़ रही गर्मी के बाद शनिवार-रविवार को हुई बारिश से लोगों को भले ही राहत मिली हो, लेकिन इसनेे नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पसीने छुड़ा दिए हैं। तेज धूप के बाद कई घंटे रुक-रुककर हुई बारिश ने शहर में डेंगू का खतरा बढ़ा दिया है। सड़कों और जगह-जगह खुदे गड्ढों में बारिश का पानी भर गया है। ऐसे में आने वाले दिनों में जब तेज धूप निकलेगी तो इन गड्ढों में भरे पानी में डेंगू मच्छर पैदा होने का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर में बारिश से पहले ही डेंगू के 7 मामले सामने आ चुके हैं।
अभी तक अस्पतालों में व्यवस्था नहीं
वहीं, खतरे की बात यह है कि बारिश शुरू होने के बावजूद अब तक अस्पतालों की तैयारी अधूरी है। अस्पतालों में अब तक डेंगू के लिए स्पेशल वार्ड नहीं बने हैं। यही नहीं जेपी अस्पताल में खून से प्लेटलेट्स अलग करने वाली मशीन खराब पड़ी हुई है।
अस्पतालों को निर्देश
डेंगू की रोकथाम के लिए मलेरिया विभाग की टीम लार्वा का सर्वे कर रही है। इसके साथ ही स्कूलों में भी आदेश दिए गए हैं कि वे अपनी पानी की टंकियां साफ करें। अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं रखने के निर्देश दिए गए हैं।