मंदसौर। कृषि एवं उद्यानिकी विभाग में भर्तियों के लिए बीएससी (उद्यानिकी) के विद्यार्थियों को मान्यता नहीं देने के विरोध में जारी धरना शुक्रवार को भी जारी रहा। इधर कॉलेज परिसर में कृषि मंत्री, मुख्यमंत्री, उद्यानिकी मंत्री एवं विवि के कुलपति के नाम एक ज्ञापन प्रभारी डीन डॉ. जीएन पांडे को भी सौंपा गया। इधर कुछ विद्यार्थी इंदौर हाईकोर्ट में याचिका दायर करने भी गए हैं। रविवार को भोपाल भी जाएंगे।

शुक्रवार को भी आक्रोशित विद्यार्थियों ने सीतामऊ फाटक क्षेत्र में स्थित केएनके उद्यानिकी महाविद्यालय में धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कृषि मंत्री, राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि ग्वालियर के कुलपति, रजिस्ट्रार के नाम एक ज्ञापन प्रभारी डीन डॉ. जीएन पांडे को सौंपा। इसके बाद डॉ. पांडे ने ग्वालियर विवि के रजिस्ट्रार श्री मेहर से चर्चा की।

श्री मेहर ने मामले को शासन स्तर का बताते हुए शासन से चर्चा करने का आश्वासन दिया। डॉ. पांडे ने विद्यार्थियों के साथ ज्ञापन की कॉपी मुख्यमंत्री, उद्यानिकी मंत्री सहित शासन स्तर पर कई जगह फेक्स किया। श्री पांडे की समझाइश पर विद्यार्थियों ने धरना समाप्त किया।

याचिका दायर करने

पहुंचे विद्यार्थी

सरकार द्वारा समस्या समाधान करने में रुचि नहीं लेने पर कुछ विद्यार्थी शुक्रवार दोपहर में इंदौर हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गए। विद्यार्थियों द्वारा शुक्रवार शाम को उद्यानिकी डिग्री को मान्यता दिलाने के लिए याचिका दायर की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी।

यह है मामला

कृषि व उद्यानिकी विभाग में रिक्त पदों के लिए व्यापमं के माध्यम से भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की गई। रिक्त पदों पर उद्यानिकी महाविद्यालय के विद्यार्थियों को पात्र नहीं माना गया है। जबकि कृषि संकाय के विद्यार्थियों को पात्र माना गया है।