नई दिल्लीः दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को तारीखों की घोषणा के साथ ही राजधानी में आचार संहिता लागू हो गई तो दूसरी ओर प्री-पोल सर्वे के आधार पर भाजपा में मुख्यमंत्री उम्मीदवार के नाम पर अटकलें भी लगने लगी हैं।प्री-पोल सर्वे के आधार पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत तय मान रही भाजपा में सीएम कैंडिडेट पर कयास लगने शुरू हो गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी बीजेपी के सीएम उम्मीदवारों की सूची में सबसे आगे चल रही हैं। दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1 करोड़ 30 लाख मतदाताओं में से लगभग 58 फीसदी महिलाएं हैं। राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते दुष्कर्म के मामलों से महिलाओं में एक तरह की असुरक्षा की भावना घर कर गई है। इसको ध्यान में रखते हुए भी महिला मुख्यमंत्री को सीएम उम्मीदवार बनाया जा सकता है।

सर्वे में भी देखने को मिला है कि 56 फीसदी महिलाएं और 58 फीसदी युवा बीजेपी के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं। पार्टी भारतीय राजनीति के लिहाज से युवा सीएम स्मृति ईरानी (38) युवाओं और महिलाओं से जुड़ने का एक अहम तीर मान रही है।

हालांकि ईरानी को सीएम कैंडिडेट बनाना पार्टी के प्रादेशिक नेताओं को अखर सकता है। लेकिन यदि पीएम मोदी का समर्थन मिल जाए तो बाकी नेताओं के पास फुसफुसाहट के अलावा कोई चारा नहीं रहेगा।गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव हारकर भी स्मृति ने काफी कुछ जीत लिया, जिसमें पीएम मोदी की गुड बुक में शुमार होना भी बड़ी जीत है। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने स्मृति को अपनी बहन बताया था। फिर चुनाव हारने के बावजूद उन्हें मानव संसाधन मंत्री बनाया गया।

ऐसे में देखना होगा कि टेलीविजन इंडस्ट्री से तुलसी के रूप में घर-घर की कहानी का हिस्सा बन चुकी स्मृति क्या दिल्ली में मुख्यमंत्री बन पाएगी। हाल ही में राजस्थान के एक ज्योतिषी को हाथ दिखाते हुए उनका फोटो काफी सुर्खियों में रहा था। गौरतलब है कि ज्योतिषी ने उनके राष्ट्रपति बनने की घोषणा कर रखी है।

गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव की तारीखों की घोषणा की जा चुकी है। मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई जानकारी के मुताबिक दिल्ली विधानसभा चुनाव 07 फरवरी को होंगे जबकि मतगणना 10 फरवरी को होगी।

इसके अतिरिक्त नोटिफिकेशन जारी करने की तारीख 14 जनवरी, नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 जनवरी तय की गई है। नामांकन की जांच 22 जनवरी को होगी और नाम वापसी के लिए अंतिम तारीख 24 जनवरी होगी। विधानसभा चुनावों के लिए 11,763 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। गौरतलब है कि दिल्ली में लागू राष्ट्रपति शासन की निर्धारित 15 जनवरी को समाप्त हो जाएगी। जिसके मद्देनजर इससे पहले चुनाव की सभी तैयारियां कर ली गई    है फिलहाल देश के किसी भी राज्य में चुनाव नहीं है, जिसके चलते दिल्ली चुनाव आयोग अर्धसैनिक बल भी आसानी से उपलब्ध हो जाएंगे।