महिदपुर से बरामद हुए विस्फोटक के मामले में 15 हजार रूपए के इनामी आतंकी अब्दुल माजिद ने एटीएस की नजर से बचकर बुधवार को जिला अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। सूचना पाकर आनन-फानन में अदालत पहुंची एटीएस ने माजिद की गिरफ्तारी की अनुमति मांगी। गिरफ्तार कर माजिद को मामले में पूछताछ के लिए 7 फरवरी तक रिमांड पर सौंपने की मांग की, जिसे अदालत ने स्वीकार किया।

मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पंकजसिंह माहेश्वरी की अदालत में जामा मस्जिद महिदपुर निवासी अब्दुल माजिद करीब 11 बजे पहुंचा। उसके वकील परवेज आलम ने अदालत में बताया गया कि 20 जनवरी को समाचार पत्रों से यह बात मालूम पड़ी है कि महिदपुर से बरामद हुए विस्फोटकों के मामले में एटीएस को माजिद की तलाश है।
एटीएस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 15 हजार का इनाम घोçष्ात किया है। सूचना मिलने पर एटीएस के डीएसपी अजय कैथवास 11:30 बजे अदालत पहुंचे। उन्होंने केस डायरी पेशकर माजिद की गिरफ्तारी की अनुमति मांगी। अदालत ने माजिद को एटीएस को सांैप दिया।

यह है मामला
30 दिसंबर की रात को भोपाल एटीएस ने उज्जैन व महिदपुर में एक साथ दबिश देकर सिमी के चार आतंकियों को गिरफ्तार किया था। महिदपुर के जामा मस्जिद के पास माजिद नागौरी के निवास पर 30 दिसंबर को एटीएस ने दबिश देकर माजिद को गिरफ्तार किया था। इस दौरान माजिद एटीएस को चकमा देकर फरार हो गया था। एटीएस के सूत्रों का कहना है, हमारे पास माजिद, साजिद व दो अन्य साथियों के खिलाफ देशविरोधी गतिविधियों व विस्फोटक मामलों में लिप्त होने के पुख्ता सबूत हैं।

दोबारा पेश किया अदालत में

शाम करीब 5 बजे एटीएस ने माजिद को गिरफ्तार कर दोबारा जिला अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए 7 फरवरी तक रिमांड पर सौंपने की मांग की। इस दौरान डीएसपी कैथवास ने बताया कि महिदपुर से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है। विस्फोटक आतंकियों के पास कहां से आया, बम बनाने की तकनीक की जानकारी, सिमी के नेटवर्क की जानकारी के लिए माजिद को रिमंाड पर सौंपा जाए। अदालत ने इसे स्वीकार माजिद को रिमांड पर सौप दिया है। इसी मामले में खंडवा जेल से फरार हुए आतंकी अबू फैजल सहित अन्य आतंकी पहले से ही रिमांड पर हैं।