मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पुलिसकर्मियों के लिये हर साल पाँच हजार आवासीय इकाई बनेंगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस की उपलब्धियाँ गर्व करने योग्य हैं। चाहे डकैत समस्या का खात्मा हो या नक्सलवाद पर नियंत्रण या आतंकवाद को उखाड़ फेंकना, मध्यप्रदेश पुलिस ने अभूतपूर्व काम किया है। मध्यप्रदेश को शांति का टापू बनाने का श्रेय पुलिस को जाता है।

श्री चौहान आज यहाँ भारत भवन में तीन दिवसीय पुलिस कला महोत्सव का शुभारंभ कर रहे थे। इसका आयोजन भारतीय पुलिस सेवा संघ ने किया है।

श्री चौहान ने सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने की जरूरत बताते हुए कहा कि समाज और पुलिस एक दूसरे के पूरक हैं और दोनों की एक दूसरे के प्रति जिम्मेदारियाँ और कर्त्तव्य हैं। समाज को भी पुलिस की कठिनाइयाँ समझकर सकारात्मक सहयोग करना चाहिये। पुलिस और पब्लिक के बीच की दूरी कम होना चाहिये।

पूर्व पुलिस महानिदेशक श्री एम. नटराजन ने उदघाटन सत्र की अध्यक्षता की। म.प्र. पुलिस आवास निगम के अध्यक्ष श्री ऋषि कुमार शुक्ला ने कहा कि पुलिस कला महोत्सव पुलिस परिवार को जोड़ने की सृजनात्मक पहल है। पुलिस महानिदेशक, योजना श्री पवन जैन ने कहा कि पुलिसकर्मियों में कलाबोध होता है लेकिन समयाभाव के कारण अभिव्यक्त नहीं हो पाता। इस पहल से कलाधर्मिता को प्रोत्साहन मिलेगा।

इस अवसर पर पुलिसकर्मियों के कठिन जीवन और कर्त्तव्य परायणता पर आधारित लघु वृत्त चित्र का प्रदर्शन किया गया। श्री चौहान ने दो पुलिसकर्मियों श्री हरिकांत दुबे और श्री अरूण श्रीवास्तव को रंगकर्म में उत्कृष्टता के लिये सम्मानित किया। श्री चौहान ने पुलिस के कर्त्तव्यों पर आधारित पुलिसकर्मियों उनके परिजनों और आम लोगों द्वारा बनाई गई चित्रकला की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। भारतीय पुलिस सेवा संघ के सचिव श्री के.वी. शर्मा और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी एवं उनके परिजन उपस्थित थे।