लादेन ने मुंबई में 26/11 के हमले-पुणे ब्लास्ट को बताया था ‘बहादुरी’ का काम
अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन ने मुंबई में हुए 26/11 हमले को ‘बहादुरी’ का काम करार दिया था। इसके अलावा ओसामा ने पुणे के जर्मन बेकरी ब्लास्ट को ‘सुंदर’ कार्रवाई बताई थी। यह जानकारी अमेरिकी एजेंसियों द्वारा जारी दस्तावेजों से मिली है। 15 पन्नों के दस्तावेज (टेरर फ्रेंचाइजीज द अनस्टॉपेबल एसासिनः टेक्स वाइटल रोल फॉर इट्स सक्सेज) में मुंबई हमले को ‘मुबारक अभियान’ करार दिया गया है। बता दें कि बुधवार को अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा उन दस्तावेजों को जारी किया जो 2011 में पाकिस्तान के ऐबटाबाद के उस ठिकाने से बरामद हुए थे जहां अमेरिकी सेना ने अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था।
दस्तावेजों के मुताबिक, अपने अंतिम दिनों तक अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन पर 9/11 हमले को लेकर जुनूनी था। उसके बुकशेल्फ (किताब रखने की जगह) में 9/11 हमले की साजिश और कट्टरवामपंथी नेता नोम चोमस्की से जुड़ी हुई किताबें भी मिली थीं। पाकिस्तान के ऐबटाबाद के उस परिसर में छापेमारी के दौरान अमेरिकी एजेंसियों को सैकड़ों किताबें, जर्नल और समाचार पत्रों के आर्टिक्ल मिले थे। इस दौरान ऐसे दर्जनों लेटर भी मिले थे जो ओबामा ने अपने परिवार वालों और अलकायदा के वरिष्ठ साथियों को लिखा था। इन दस्तावेजों को उस वक्त जारी किया गया है जब कुछ दिन पहले ही व्हाइट हाउस की ओर से इस बात को लेकर इनकार किया गया था। बता दें कि 2 मई 2011 को अमेरिकी एजेंसी नेवी सील टीम सिक्स ने पाकिस्तान के ऐबटाबाद में अलकायदा प्रमुख और अमेरिकी में 9/11 हमले के मास्टरमाइंड ओसामा को मार गिराया था।
राष्ट्रीय खुफिया विभाग के निदेशक के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि कि अमेरिका की सरकारी एजेंसियों की कड़ी समीक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषाधिकार के साथ पारदर्शिता बढ़ाने के राष्ट्रपति के आह्वान के बाद दस्तावेजों को जारी किया गया। इन दस्तावेजों में अवर्गीकृत दस्तावेज, अंग्रेजी भाषा की किताबों की सूची और अन्य आतंकवादी संगठनों द्वारा प्रकाशित सामग्री शामिल है। अमेरिकी खुफिया समिति के अध्यक्ष डेविन नून्स ने कहा “यह अमेरिकी नागरिकों, शिक्षाविदों, पत्रकारों और इतिहासकर्ताओं के लिए लादेन के दस्तावेजों को पढ़ने और समझने का मौका है।” श्री नून्स ने कहा कि 86 नई रिपोर्टों को जारी करना सही दिशा में बढाया गया कदम है।