पीएम मोदी आगरा की एक नौ साल की मुस्लिम बच्ची तैय्यबा के दिल का इलाज कराएंगे। इस बच्ची के दिल में छेद है और उसने खुद प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर अपना इलाज कराने की अपील की थी।
तैय्यबा के पिता अब्दुल खालिद दिहाड़ी मजदूर हैं। तैय्यबा आगरा के राजू मेमोरियल स्कूल में तीसरी क्लास में पढ़ती है। वह बचपन से ही बीमार रहती थी। कुछ हफ्ते पहले उसके पिता ने उसे एक बड़े डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने बताया कि बच्ची के दिल में छेद है और उसके इलाज पर तीन से पांच लाख रुपए का खर्च आएगा। तैय्यबा का परिवार काफी गरीब है और उनके लिए इतना महंगा इलाज कराना संभव नहीं था। डॉक्टर ने तैय्यबा के पिता की परेशानी जानकर उन्हें प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर मदद मांगने की सलाह दी। अब्दुल ने इसके बाद भी पीएम ऑफिस से कोई संपर्क नहीं किया।
जब पिता ने कोई पहल नहीं की तो तैय्यबा ने खुद पीएम के नाम से चुपचार एक चिट्ठी लिखकर पोस्ट कर दी। तैय्यबा के अनुसार, ‘मैंने पीएम से अपने मन की बात कही थी और मुझे यकीन था कि वे मेरे मन की बात जरूर सुनेंगे। मोदी अंकल चाचा नेहरू की तरह दिखते हैं। मैं टीवी पर देखती हूं कि वो जहां भी जाते हैं वहां दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। इसलिए मुझे भी मदद की उम्मीद थी और अब यह पूरी हो चुकी है।’
पीएमओ से तैय्यबा के परिवार को एक जवाबी चिट्ठी मिली है जिसमें उसका इलाज दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में कराने का वादा करते हुए कुछ जानकारी मांगी गई है। अब तैय्यबा के चेहरे पर खुशी साफ देखी जा सकती है। उसे उम्मीद है कि वह जल्द ही ठीक हो जाएगी। पीएम 25 मई को मथुरा आ रहे हैं और तैय्यबा के पिता कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह उन्हें पीएम से मिलने का मौका मिले ताकि वह मदद के लिए उनको धन्यवाद कह सकें। अब्दुल कहते हैं, ‘हमें लगता है जैसे हमारे सारे सपने पूरे हो गए अब हमारी बेटी जल्द ठीक हो जाएगी।’