कर्नाटक में सियासी माहौल गर्म

कर्नाटक में सियासी माहौल गर्म – फोटो : एएनआई

खास बातें

  • स्पीकर ने स्थगित की कार्यवाही, राज्यपाल ने विश्वास मत हासिल करने को लिखा पत्र।
  • सदन में ही रात बिताने के लिए तकिया-चादर लेकर पहुंचे भाजपा विधायक।
  • गठबंधन के 17 सहित 20 विधायक नदारद, कांग्रेस ने लगाया विधायक के अपहरण का आरोप।
  • कुमारस्वामी समर्थक विधायकों की संख्या 99 पर पहुंची, भाजपा के पास 105 विधायक।
कर्नाटक में चल रहे सियासी ड्रामे का पटाक्षेप नहीं हो सका। कांग्रेस-जेडीएस सरकार का बहुमत परीक्षण होने से बृहस्पतिवार को स्थिति साफ होने की उम्मीद थी लेकिन भारी हंगामे के बीच स्पीकर ने बिना वोटिंग करवाए विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक स्थगित कर दी।

इससे नाराज नेता प्रतिपक्ष और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने पार्टी के सभी विधायकों के रात भर सदन में ही धरना देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, जब तक विश्वास प्रस्ताव पर फैसला नहीं होता हमारे विधायक सदन में रहेंगे।

इन सबके बीच, कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला ने सीएम एचडी कुमारस्वामी को पत्र लिखकर शुक्रवार दोपहर 1:30 बजे तक बहुमत साबित करने को कहा है। वहीं, कांग्रेस और भाजपा दोनों ने बहुमत परीक्षण और व्हिप को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने का एलान किया है।

इससे पूर्व गठबंधन के 16 विधायकाें के इस्तीफे के चलते संकट में आई 14 महीने पुरानी सरकार के मुखिया कुमारस्वामी ने कहा कि विधायकों के इस्तीफा देने से भ्रम की स्थिति बन गई है, जबकि सरकार बहुमत में है।

सीएम के बैठते ही येदियुरप्पा ने एक ही दिन में विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की मांग की। इस बीच, कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए स्पीकर केआर रमेश कुमार से पहले व्हिप पर फैसला देने की मांग की। इस पर स्पीकर ने महाधिवक्ता से सलाह लेने की बात कहकर सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

हमारे पास 105 विधायक हैं जबकि गठबंधन के पास 100 विधायक हैं। यह सौ प्रतिशत तय है कि सरकार विश्वास मत नहीं हासिल कर सकेगी।
– बीएस येदियुरप्पा, नेता प्रतिपक्ष कर्नाटक