नोटबंदी के बाद ई-वॉलेट इंडस्ट्री में नौकरियों की भरमार

नई दिल्ली। नोटबंदी ने देश को कतारों में खड़ा कर दिया, लोगों को अपने ही पैसों के लिए तरसाया लेकिन डिजिटल पेमेंट इंडस्ट्री, खासकर ई-वॉलेट के कारोबार ने खूब तरक्की की है। नोटबंदी ने अगर किसी को छप्पर फाड़ के दिया है तो वो हैं ई-वॉलेट कंपनियां। इनके कारोबार में 300 फीसदी का इजाफा हुआ है और अभी इन्हें बढ़ते ही जाना है। इसलिए साल 2020 तक, बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में शामिल होने के लिए 9 लाख लोगों की आवश्यकता होगी।

टीम लीज सर्विसेज के रिपोर्ट के मुताबिक अगले साल बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में 15 से 20 फीसदी तक ज्यादा भर्तियां होंगी। ई-वॉलेट में बंपर भर्तियों के संकेत मिलने लगे हैं। पेटीएम ने कहा है कि वो 20,000 सेल्स प्रोफेशनल्स को हायर करने के बारे में सोच रही है। कंपनी ने पिछले महीने 1500 लोगों को हायर किया है। ऑक्सीजन वॉलेट पचास हजार सेल्स प्रोफेशनल्स , 200 इंजीनियर और 500 सुपरविजिंग एजेंट की नियुक्ति करना चाहता है।

मोबिक्विक 1000 सेल्स और 100 इंजीनियरों को भर्ती करने का मन बना चुका है। इन भर्तियों में कई तरह के सिक्ल सेट की मांग होगी, लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत सेल्स और टेक्नोलॉजी डेवलपर्स की होगी। ई-वॉलेट ,फींटेच और बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र मे नोट बंदी के बाद क्रांति आई है और इंडस्ट्री को उम्मीद है कि उनके कारोबार में लंबे समय के लिए तेजी रहेगी। लिहाजा हर कंपनी पूरी कोशिश कर रही है कि इंडस्ट्री का बेस्ट टैलेंट उसके पास हो।