कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी 64 फाइलें शुक्रवार को जारी कर दी हैं। यहां हुए एक कार्यक्रम में पुलिस कमिश्‍नर सुरजीत कर पुरकायस्‍थ ने फाइलों की सीडी नेताजी के परिवार और जनता को सौंपी।

जारी की गई सीडी में नेताजी से जुडी़ 64 महत्‍वपूर्ण फाइलें हैं। इसे जारी करते हुए पुलिस कमिश्‍नर सुरजीत कर पुरकायस्‍थ ने कहा कि, ‘ नेताजी से जुड़ी फाइलें कोलकाता पुलिस संग्रहालय में रखी गई हैं। इन 64 फाइलों में 12744 पेज हैं जिन्‍हें डिजिटलाइज किया गया है।

इन फाइलों के जारी होने के बाद इस बात से पर्दा उठ सकता है कि क्या नेताजी सुभाषचंद्र बोस 1964 तक जिंदा थे?

60 के दशक के शुरू में तैयारी की गई अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, हो सकता है कि फरवरी 1964 में नेताजी भारत लौट आए हों। यह 19 साल बाद का घटनाक्रम है, जब नेताजी को ताईवान में हुए विमान दुर्घटना में मृत मान लिया गया था।

सूत्रों के मुताबिक, राज्य के गृह विभाग ने मंगलवार को नेताजी से जुड़ी फाइलों को डिजिटलाइजेशन के लिए राइटर्स बिल्डिंग के पूर्वी विंग में रख दिया। यहां युद्ध स्तर पर सभी फाइलों को डिजिटल किया जा रहा है। राज्य सरकार के पास मौजूद ये वे 64 फाइलें हैं जो 1937 से 1947 के बीच की हैं।

इनमें से कई फाइलें 300 पेज की हैं और उस पर हस्तलिखित नोट हैं। इनमें से अधिकांश फाइलें नेताजी और उनके बड़े भाई शरत चंद्र बोस के बीच हुए व्यक्तिगत पत्र व्यवहार की हैं। फाइलों में कथित रूप से वे तथ्य भी हैं जिससे नेताजी की 1945 में ताइवान में हवाई दुर्घटना में मौत की खबरों पर सवाल उठते हैं।