‘छोटे बैंकों’ के लाइसेंस के लिए अंबानी, बिड़ला व मित्तल भी दौड़ में
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला, एयरटेल व फ्यूचर ग्रुप जैसे बड़े औद्योगिक घराने उन कम से कम दर्जन भर कंपनियों में शामिल हैं जिन्होंने भुगतान या लघु रिण बैंक लाइसेंस पाने के लिए आवेदन किया है.देश में वित्तीय समावेशन व बचत की आदत को बढावा देने के लिए देश में इन दो नयी तरह के बैंकों की पेशकश की गई है.
इन भिन्न या अलग तरह के बैंकों के लाइसेंस के लिए आवेदन की आज अंतिम तारीख थी. भारतीय रिजर्व बंैंक इन आवेदनों पर उचित समय पर फैसला करेगा.मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भुगतान बैंक के जरिए बैंकिंग कारोबार में उतरने के लिए एसबीआई से हाथ मिलाया है. इस दौड़ में एसबीआई ही एकमात्र सार्वजनिक कंपनी थी.भुगतान बैंक के लिए भारती एयरटेल ने कोटक महिंद्रा बैंक से गठजोड़ किया है. वहीं किशोर बियाणी की अगुवाई वाले फ्यूचर ग्रुप ने आईडीएफसी से गठजोड़ किया है. आईडीएफसी को पिछले साल अप्रैल में पूर्ण बंैक का लाइसेंस मिला था लेकिन कंपनी अभी उसे शुरू नहीं कर सकी है.
लघु रिण बैंक के लिए आवेदन करने वालों में एसकेएस माइक्रोफिनांस, यूएई एक्सचेंज इंडिया, दीवान हाउसिंग फिनांस तथा एसई इन्वेस्टमेंट्स शामिल है. भुगतान बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों में फिनो पेटेक व वेकरांजी शामिल है. सूत्रों के अनुसार दूरसंचार कंपनी वोडाफोन ने भी आवेदन किया है. कुछ आवेदकों जिनमें आदित्य बिड़ला ग्रुप, इंडिया इन्फोलाइन व यूएई एक्सचेंज शामिल हैं, ने 2013 में पूर्ण बैंकिंग लाइसेंस के लिए भी आवेदन किया था लेकिन उनके आवेदन खारिज हो गए. कुमार मंगलम बिड़ला की अगुवाई वाले ग्रुप आदित्य बिड़ला नूवो लिमिटेड ने अपने दूरसंचार उप्रकम आइडिया सेल्यूलर के साथ आवेदन किया है.
भारतीय रिजर्व बैंक आवेदनों के बारे में अभी औपचारिक घोषणा नहीं की है. रिजर्व बैंक ने वित्तीय समावेशन को बढावा देने तथा बचत की आदत को बढावा देन के लिए इन नये तरह या भिन्न लाइसेंसों की पेशकश की है.





