रेप के बाद मासूम बच्चियों की निर्मम हत्या और फिर उनके अंगों को टुकडे़-टुकडे़ करके खाने वाले निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली ने फांसी लगने के बाद अपनी आंखें, दिल और किडनी जरूरतमंदों को दान दिए जाने की इच्छा जताई है।
डासना जेल अधीक्षक को लिखे पत्र में सुरेंद्र कोली ने गीता और महात्मा गांधी की आत्मकथा पढ़ने के लिए मांगी है। पत्र में कोली ने जिक्र किया है कि उसे न्याय जरूर मिलेगा।
फिर भी अगर न्याय न देकर उसे फांसी दी जाती है तो उसके शरीर जिसमें आंखें, किडनी, दिल के साथ-साथ अन्य उपयोगी अंग भी दूसरे बीमार या अपंग लोगों को दान में दे दिए जाएं। डासना जेल अधीक्षक एसपी यादव ने बताया कि सुरेंद्र कोली के पत्र को आवश्यक निर्देश के लिए उच्चाधिकारियों के पास भेज दिया गया है।