ललित मोदी की मदद कर विवादों में फंसी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर एक और आरोप लगा है। आरोप है कि मध्य प्रदेश सरकार ने सुषमा के पति और बेटी को सुप्रीम कोर्ट में राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए वकील नियुक्त किया है। भोपाल के आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने ये आरोप लगाते हुए नियुक्ति प्रक्रिया की जांच की मांग की है। बता दें कि सुषमा के पति स्वराज कौशल व बेटी बांसुरी कौशल सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं और वहां मध्य प्रदेश सरकार से जुड़े मामलों में पैरवी करते हैं। इधर, शनिवार को दिल्ली में सुषमा के घर के बाहर ‘आप’ कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान आप ने सुषमा के इस्तीफे की मांग की।
बीजेपी ने आरोपों को नकारा
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने कहा कि विदेश मंत्री के पति स्वराज कौशल और बेटी पर सरकार ने कोई महरबानी नहीं दिखाई है। यह प्रक्रिया एक कानूनी तरीके से पूरी हुई है। पहले भी कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल और पी. चिदंबरम भी कई सरकारों के लिए सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ते रहे हैं। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कथित डंपर घोटाले के दौरान 2013 में बांसुरी स्वराज जबलपुर हाईकोर्ट में पैरवी के लिए आई थीं।