इंदौर में 4 माह की मासूम के साथ दुष्कर्म फिर हत्या, आरोपी गिरफ्तार

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चार महीने की बच्ची के साथ पहले दुष्कर्म और फिर हत्या कर दी गई। बच्ची का शव एक इमारत के बेसमेंट से बरामद किया गया।

इंदौर। एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। इस बार चार माह की दुधमुंही बच्ची इस दरिंदगी का शिकार हुई है। घटना मध्य प्रदेश की इंदौर की है। इंदौर के राजवाड़ा इलाके में चार महीने की बच्ची के साथ पहले दुष्कर्म और फिर हत्या कर दी गई। बच्ची का शव एक इमारत के बेसमेंट से बरामद किया गया।

हाई सिक्युरिटी जोन कहे जाने वाले राजवाड़ा क्षेत्र में माता-पिता के बीच सो रही पांच माह की बच्ची की शुक्रवार तड़के दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। बच्ची का शव घटनास्थल से करीब डेढ़ सौ मीटर दूर श्रीनाथ मार्केट (शिव विलास पैलेस के पास स्थित अपार्टमेंट) के बेसमेंट में अर्धनग्न हालत में मिला। उसके शरीर और कपड़ों पर खून के धब्बे थे। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से पता चला कि आरोपित बच्ची के पिता का ही दोस्त है। मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई। उधर, देर शाम पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया।

शुक्रवार दोपहर करीब 12.30 बजे बच्ची का शव पड़ा मिलने पर सनसनी फैल गई। अपार्टमेंट के बेसमेंट में दीपक जैन का ऑफिस है। उनके कर्मचारी सुनील शर्मा ऑफिस खोलने के लिए सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे तो उन्हें वहां खून फैला दिखा। वे बेसमेंट के गेट का ताला खोलने आगे बढ़े तो दरवाजे के दूसरी ओर बच्ची का शव (औंधे मुंह) पड़ा दिखा। घबराकर उन्होंने आसपास वालों को घटना बताई। सूचना पर पुलिसकर्मी, फारेंसिक टीम व दीपक जैन भी घटनास्थल पर पहुंच गए। भीड़ देख राजवाड़ा पर ही फुग्गे बेचने वाला एक युवक वहां पहुंचा। उसने बच्ची की शिनाख्त उसकी भानजी के रूप में की।

3 बजे दूध पिलाया, 5 बजे गायब

बच्ची के मामा ने बताया जीजा और बहन एरोड्रम इलाके में रहते हैं। उनके परिवार में दो बेटे व दो बेटी थे। मृतका सबसे छोटी थी। बहन और जीजा उसके साथ राजवाड़ा पर ही फुग्गे बेचते हैं। रात को वे सभी राजवाड़ा के पास सो गए। रात 3 बजे बच्ची रोने लगी तो बहन ने दूध पिलाया और फिर जीजा व उसके बीच उसे सुला दिया। सुबह 5 बजे बहन की नींद खुली तो उसने बताया बेटी गायब है। इस पर उसे तलाशना शुरू किया। करीब एक घंटे बाद भी वह नहीं मिली तो वे सराफा थाने पहुंचे।

एएसआई बोला- टीआई साहब नहीं है, 12 बजे आना

परिजन ने बताया थाने पहुंचकर पुलिसकर्मियों से अपहरण की बात कहकर बेटी को ढूंढने के लिए मिन्नतें की। इस पर एएसआई दुर्लभ सिंह बरकरे ने कहा- टीआई साहब नहीं है, 12 बजे आना। तब एफआईआर दर्ज होगी।

ये है सवाल

मामले में सवाल यह उठता है कि राजवाड़ा पर रात ढाई बजे तक चाट-चौपाटी चलती है। रातभर पुलिस बल तैनात रहता है। राजवाड़ा के गेट के सामने पुलिस जीप रहती है। चौराहे पर ही पुलिस चौकी है। जहां बच्ची सो रही थी, वह स्थान पुलिस चौकी से दिखता है। इसके बावजूद बच्ची को आरोपित कैसे उठा ले गया?

15 मिनट में वारदात को दिया अंजाम

जहां बच्ची सो रही थी, उसके सामने दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इनके फुटेज में खुलासा हुआ कि बच्ची के पिता का दोस्त सुनील भील भी वहीं सोया था। वह 4.45 बजे उठा और बच्ची को कंधे पर लगाकर श्रीनाथ मार्केट की ओर ले गया। वहां उससे दुष्कर्म किया और उसका सिर पटककर हत्या कर दी। बेसमेंट के दरवाजे पर ताला लगा था, इसलिए उसने दरवाजे के ऊपर से बच्ची को अंदर फेंक दिया। फुटेज में सुनील 5 बजे लौटता दिखाई दिया और वहां से गायब हो गया। फुटेज के आधार पर परिजन ने उसे पहचाना। वह भी साथ में सालों से फुग्गे बेचता है। परिजन उसे परिवार का सदस्य ही मानते थे।

कैसे समझें आरोपी है

मामले में डीआईजी ने कहा कि आरोपित मृतका के पिता का ही दोस्त है। वह बच्ची को कंधों पर ऐसे ले गया जैसे वह उसकी ही बच्ची हो। ऐसी स्थिति में कैसे समझ आएगा कि वह आरोपित है। हालांकि, यह बहुत ही गंभीर केस है।

बढ़ते क्राइम पर एसपी मौन

सीएसपी बीपीएस परिहार व अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचेथे। एसपी (पूर्व) अवधेशकुमार गोस्वामी को पता चला, तब तक शव एमवाय अस्पताल भेजा जा चुका था। एसपी आनन-फानन में एमवायएच की मर्चुरी में पहुंचे। इधर, एमजीरोड पुलिस टीम शव को फ्रीजर में रखकर रवाना हो गई। वहां कोई पुलिसकर्मी नहीं दिखा तो एसपी भड़क गए। उन्होंने बढ़ते क्राइम पर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन इतना कहा कि बच्ची के साथ हुई घटना हृदयविदारक है, इसीलिए शव देखने आए थे, लेकिन जिस अस्पतालकर्मी के पास मर्च्युरी की चाबी थी, वह नहीं मिला।

एएसआई निलंबित

सराफा थाने के पुलिसकर्मियों की संवेदनहीनता और लापरवाही की जानकारी मिलने पर डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने ड्यूटी टाइम पर तैनात एएसआई बरकरे को निलंबित कर दिया।

घटना ने आत्मा को झकझोर दिया- शिवराज सिंह

घटना पर एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इंदौर की घटना ने आत्मा को झकझोर दिया है। इतनी छोटी बच्ची के साथ ऐसा घिनौना कृत्य। समाज को अपने अंदर झांकने की जरूरत है। प्रशासन ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। हम सुनिश्चित करेंगे कि उसे जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा मिले।