इंडोनेशिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त, 54 लोगों की मौत
इंडोनेशिया के सुदूर पूर्वी प्रांत पापुआ में रविवार को एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में चालक दल समेत 54 लोग सवार थे। त्रिगाना एयरलाइन के इस विमान का मलबा पापुआ के ओकबेप जिले में देखा गया है। विमान में सवार लोगों में किसी के बचे होने बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। एयरलाइन ने दुर्घटना स्थल पर एक अतिरिक्त विमान और राहत एवं बचाव दल भेजा है।
एटीआर 42-300 विमान ने पापुआ की राजधानी जयापुर से ओकसिबिल के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के 45 मिनट बाद इसे गंतव्य पर पहुंचना था। लेकिन ओकसिबिल के हवाई अड्डे पर पहुंचने के निर्धारित समय से 10 मिनट पहले विमान से संपर्क टूट गया।
खराब मौसम से तलाश में बाधा
इंडोनेशिया की खोज एवं बचाव एजेंसी ने शुरुआत में विमान की खोज का अभियान चलाया था, किंतु खराब मौसम के कारण इसे रोकना पड़ा। इसके अलावा शाम भी हो गई थी। अभियान अब सोमवार सुबह से फिर शुरू किया जाएगा।
एयरलाइन के 14 विमान हुए क्रैश
1991 में विमान सेवा शुरू करने के बाद से त्रिगाना एयरलाइन के 14 विमान हादसे के शिकार हो चुके हैं। इसमें ताजा घटना शामिल नहीं है। त्रिगाना एयरलाइन 2007 से यूरोपीय संघ के प्रतिबंधित विमान सेवाओं की काली सूची में दर्ज है। इस एयरलाइन के बेड़े में 14 विमान हैं। इनमें 10 एटीआर विमान और चार बोइंग 737 क्लासिक्स हैं। इन विमानों की औसत परिचालन अवधि 26.6 साल है।
हाल के इंडोनेशियाई विमान हादसे
इंडोनेशिया के विमानन सुरक्षा रिकॉर्ड में धब्बे रहे हैं। वहां हाल ही में दो बड़े विमान हादसे हुए। 28 दिसंबर, 2014 को जावा समुद्र में एयर एशिया का विमान क्रैश हो गया। इसमें सवार सभी 162 लोग मारे गए। 30 जून, 2015 को मेदान में सेना का सी-130 बी हरक्यूलिस विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें 141 लोगों की मौत हो गई।
एशिया में विमान उद्योग की स्थिति
एशियाई महाद्वीप में विमान हादसों ने इस उद्योग पर संकट खड़े कर दिए हैं। यहां विमानन उद्योग की कुछ खामियां बड़ी सिरदर्द हैं।
कुशल पायलटों का अभाव
एशिया के ज्यादातर देशों की विमान कंपनियों में काम करने वाले पायलटों को अच्छी तरह से ट्रेनिंग नहीं दी जाती है। उड़ान के दौरान विमान में कोई खराबी आने पर वे उसे समझ नहीं पाते हैं। जांच रिपोर्टों में यह बताया गया है।
तकनीक की कमी
कई देशों के पास बेहतर हवाई यातायात के लिए अत्याधुनिक तकनीक नहीं हैं। उनके पास खराब मौसम का पता लगाने वाले राडार नहीं हैं।
एयरपोर्ट की व्यवस्था में खामी
पाकिस्तान, भारत और इंडोनेशिया समेत एशिया के कई देशों में एयरपोर्ट व्यवस्थाओं की कमियां हैं। विमान के उड़ाने भरने के समय पर लोग रनवे के आसपास घूमते रहते हैं। कभी-कभी तो रनवे पर जानवर आ जाते हैं। कुछ का रनवे भी छोटा है।