बीजिंग। चीन की यात्रा पर गए 20 पर्यटकों के एक दल को चीनी अधिकारियों ने आतंकियों से संबंध होने के शक में हिरासत में ले लिया। हालांक‍ि, चीन इनमें से 11 को तो छोड़ने के लिए तैयार हो गया है लेकिन बाकि लोगों को हिरासत में ही रखा जाएगा जिनमें से एक भारतीय भी है। भारतीय दूतावास के प्रवक्‍ता ने इस मामले में कोई भी जानकारी होने से इनकार किया है।

दक्षिण अफ्रीका की चेरिटी, गिफ्ट ऑफ द गिवर्स फाउंडेशन ने बताया जा रहा है कि इन पर्यटकों को इनर मंगोलिया के नजरबंदी केंद्र में बिना कोई चार्ज लगाए रखा गया है। चीनी अधिकारियों के अनुसार जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें से कुछ लोग अपने होटल के कमरे में बैन किए गए ग्रुप के वीडियो देख रहे थे।

यह ग्रुप चीन की 47 दिनों की यात्रा पर था जब उन्‍हें इनर मंगोलिया के एर्डोस शहर के एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया। फाउंडेशन के अनुसार, टूर ऑपरेटर को घटना के दो दिन बाद इस बात का अहसास हुआ कि कुछ बेहद गंभीर घटना हुई है।

ब्रिटिश विदेश कार्यालय के प्रवक्‍ता के अनुसार, ग्रुप के लोगों को मदद देने के लिए काउंसलर्स को भेजा गया है और हम चीनी अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।

दूसरी तरफ फाउंडेशन ने चीनी अधिकारियों से हिरासत में लिए गए लोगों को छुड़वाने के लिए तर्क किया है कि इनमें से किसी पर भी उनके देश कोई अपराधिक मामला दर्ज नहीं है। चेरिटी ने बताया कि जो लोग हिरासत में हैं उनमें कुछ वोडाकॉम ग्रुप के चीफ एक्जिक्‍युटिव शमील जूसब के रिश्‍तेदार भी हैं।