उज्जैन। सिंहस्थ की सफलता व लोक मंगल की कामना से महाकाल मंदिर में बुधवार से महारुद्र यज्ञ शुरू हुआ। सुबह संकल्प पूजन, हेमाद्री तथा पंचाग कर्म के बाद हवन कुंड में अग्नि स्थापना की गई। पश्चात ब्राह्मणों ने आहुतियां दी।
28 फरवरी तक चलने वाले अनुष्ठान में 2 लाख 19 हजार 131 आहुतियां दी जाएंगी। 3 मार्च को गणपति अथर्वशीर्ष पाठ तथा यज्ञ की पूर्णाहुति होगी। इससे पूर्व सुबह कोटितीर्थ कुंड से यज्ञ स्थल तक कलश यात्रा निकाली गई।
पश्चात यज्ञाचार्य पं. घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में सिंहस्थ केंद्रीय समिति के अध्यक्ष माखनसिंह, प्रशासक आरपी तिवारी व अर्चना तिवारी, रुड़की के महंत यतिंद्रानंद गिरीजी महाराज आदि ने मंगल कलश स्थापना तथा पूजा-अर्चना कर यज्ञ का शुभारंभ किया।
पं. आशीष पुजारी, पं. दिनेश पुजारी, पं. सत्यनारायण जोशी सहित अनेक पुजारी-पुरोहितों ने यज्ञ में आहुतियां दी। सहायक प्रशासक प्रीति चौहान ने बताया प्रतिदिन 66 पंडित यज्ञ में आहुति देंगे।