नई दिल्ली: विराट कोहली (Virat Kohli) जैसे-जैसे बल्लेबाजी में नए कार्तिमान बनाते जा रहे हैं, वैसे-वैसे सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) से उनकी तुलना करने वाले भी बढ़ते जा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि यह तुलना केवल फैन्स ही कर रहे हैं, बल्कि कई पूर्व क्रिकेटर और क्रिकेट विशेषज्ञ भी इसमें शामिल हैं. फिर चाहे वह भारत के हों या दुनिया के किसी अन्य कोने के. कोई विराट कोहली को बेहतर बता रहा है, तो कोई सचिन तेंदुलकर को, वहीं कुछ ऐसे भी हैं, जो इस तुलना को ही गलत बता रहे हैं. अब सचिन और विराट के बीच श्रेष्ठता पर जारी बहस में पाकिस्तान का एक पूर्व बल्लेबाज भी शामिल हो गया है. उन्होंने इसके पीछे अपने तर्क दिए हैं.

लक्ष्य का पीछा करने में महारत रखने वाले विराट कोहली ने पिछले ही मैच में सचिन तेंदुलकर के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान बनाए गए 17 शतकों के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की है. हालांकि लक्ष्य का पीछा करने के दौरान शतक लगाकर जीत दिलाने के मामले में विराट कोहली सबसे आगे हैं और उन्होंने 17 शतकीय पारियों में से 15 बार टीम इंडिया को जीत दिलाई है, जो उनके नाम एक रिकॉर्ड है. वास्तव विराट कोहली को तकनीकी रूप से सचिन से कमतर बताया जाता है. इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (Jaems Anderson) ने भी विराट की बल्लेबाजी तकनीक को लेकर सवाल उठाया था. हालांकि तब पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने विराट का समर्थन करते हुए एंडरसन को आड़े हाथों लिया था, लेकिन सचिन और विराट की तुलना में अब एक अन्य दिग्गज पाकिस्तानी बल्लेबाज ने सचिन को महान बताया है और उनके अनुसार विराट उनके मुकाबले नहीं ठहरते

विराट से श्रेय नहीं छीनना, लेकिन…
पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ (यूसुफ योहाना) भारत के मौजूदा कप्तान विराट कोहली के बेहतरीन फॉर्म और दिनोंदिन नई उपलब्धियां हासिल करते जाने के बावजूद महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को उनसे बेहतर खिलाड़ी मानते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह विराट का श्रेय नहीं छीनना चाहते, लेकिन सचिन से उनकी कोई तुलना नहीं.

यूसुफ (Mohammad Yousuf) की नजरों में सचिन तेंदुलकर वर्तमान कप्तान विराट कोहली से ज्यादा बेहतर बल्लेबाज थे. उन्होंने कहा, ‘मैं कोहली से कुछ छीनना नहीं चाहता. वह असाधारण प्रतिभा के धनी हैं. लेकिन मैं तेंदुलकर को उनसे कहीं ऊपर आंकता हूं, क्योंकि वह ऐसे युग में खेले, जिसमें वर्तमान से बेहतर विरोधी टीमें, तेज गेंदबाज और स्पिनर थे.’

यूसुफ उस पाकिस्तानी टीम का हिस्सा रहे चुके हैं, जिसने कई बार टीम इंडिया के खिलाफ खेला था और उस समय भारतीय टीम में तेंदुलकर भी शामिल थे. यूसुफ का खुद का रिकॉर्ड भी बहुत अच्छा रहा है. उन्होंने पाकिस्तान की ओर से 90 टेस्ट मैचों में 52.29 के औसत से 7530 रन बनाए थे और उनका बेस्ट स्कोर 223 रन था. चूंकि यूसुफ ने सचिन को करीब से खेलते हुए देखा है, ऐसे में वह भला सचिन के योगदानों और बल्लेबाजी तकनीक को कैसे भूल सकते हैं.

वर्ल्ड क्लास गेंदबाजों के सामने तेंदुलकर भी थे वर्ल्ड क्लास
यूसुफ ने कहा, ‘मैं तेंदुलकर के खिलाफ काफी खेला और वह विश्व स्तरीय था और कई बार मैच विजयी पारियां खेलीं. मुझे नहीं लगता कि कोहली को उसी स्तर के गेंदबाजों या विरोधी टीमों का सामना करना पड़ रहा है.’

पाकिस्तान की ओर से वनडे क्रिकेट में 9720 रन बना चुके इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि 2011 के वर्ल्ड कप के बाद क्रिकेट के स्तर में गिरावट आई है. अब पहले जैसे गेंदबाज और माहौल नहीं रहा.

यूसुफ ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा है, ‘आजकल खिलाड़ियों का स्तर वह नहीं है जो 90 के दशक में और 2011 तक था. 2011 विश्व कप के बाद स्तर गिरा है. तेंदुलकर विश्व स्तरीय खिलाड़ी थे और इसका आंकलन सभी हालात और सभी प्रारूप में मजबूत विरोधी टीमों के खिलाफ उनके रनों और शतकों से किया जा सकता है.’

विराट ने खुद तुलना को बताया था गलत
भले ही फैन्स और क्रिकेटर विराट कोहली और सचिन की तुलना की बहस में बिजी हैं, लेकिन खुद विराट कोहली का मानना है कि उनकी महान सचिन से तुलना करना ठीक नहीं है. सचिन की उलब्धियों का हिस्सा बनना ही गर्व की बात है. कोहली के अनुसार अगर वह इनमें से ज्यादातर को हासिल कर पाए या उनके करीब पहुंच पाए, तो वही बड़ी बात होगी. उन्होंने यहां तक कहा कि सचिन के जितना लंबे समय तक खेलना ही संभवतः उनके बस की बात नहीं रहेगी, फिर सारे रिकॉर्ड तोड़ने की बात तो अलग है.

विराट कोहली ने सचिन से तुलना पर कहा, ‘मैं शायद इतने लंबे (लगभग 24 वर्षों) समय तक नहीं खेलूं. 200 टेस्ट, 100 इंटरनेशनल शतक. यह एक शानदार संख्या है और इसे हासिल करना असंभव होगा, लेकिन हां, मैं इसमें अंतर पैदा करना चाहता हूं. मैं हमेशा मानता हूं कि मुझे खेल को बेहतर तरीके से छोड़ना होगा.’