रियाद। इस महीने के आखिर में शुरू होने वाली मुस्लिमों की हज यात्रा से चंद दिनों पहले सऊदी अरब की ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में शुक्रवार को भयानक हादसा हो गया। तेज धूल भरी आंधी की चपेट में आने से मस्जिद में जारी निर्माण कार्य में लगी एक क्रेन के अचानक गिरने से 87 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इस हादसे में 9 भारतीयों समेत लगभग 154 लोगों के घायल होने की खबर है।

सऊदी नागरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार ज्यादातर श्रद्धालु ही इस हादसे के शिकार हुए हैं। अधिकारियों ने कई घायलों की हालत गंभीर होने के चलते मृतकों की तादाद और बढ़ने की आशंका जताया है। नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप के अनुसार, “हम हालात पर नजर रखे हुए हैं। भारतीय दूतावास के अधिकारी पीड़ितों की मदद के लिए मौके पर पहुंच गए हैं।”

अल अरबिया चैनल के मुताबिक सऊदी अरब खासकर मक्का पिछले कई दिनों से धूल भरी आंधी की चपेट में है। शुक्रवार का हादसा इसी का नतीजा है। अधिकारियों का कहना है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज की वजह से मक्का मस्जिद में श्रद्धालुओं की भीड़ थी। इसी बीच आंधी की चपेट में आने के कारण क्रेन उनके ऊपर गिर पड़ी।

इस महीने के अंत में शुरू होने जा रही हज यात्रा के मौके पर दुनिया भर से लाखों मुस्लिम इबादत के लिए मक्का पहुंचेंगे। इसको लेकर दुनिया की सबसे बड़ी मक्का मस्जिद में अंतिम चरण की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। वैसे भी ऐतिहासिक मक्का मस्जिद का आकार 400,000 वर्ग मीटर बड़ा करने के लिए धार्मिक स्थल में काफी दिनों से निर्माण कार्य चल रहा है, इसको ध्यान में रखते हुए सुरक्षा कारणों से सऊदी सरकार ने पिछले वर्ष ही हज यात्रियों की संख्या सीमित करने का फरमान जारी कर दिया था। यह मस्जिद 88.2 एकड़ में फैली है। हज के दिनों में तो यह दुनिया के सबसे बड़े मानवीय समागम का गवाह बन जाती है। इसी के एक हिस्से में काबा भी स्थित है, जिसकी ओर  मुंह करके दुनिया भर के मुस्लिम इबादत करते हैं।