शॉट पुट खिलाड़ी इंद्रजीत सिंह के रियो ओलंपिक में भाग लेने जाने की उम्मीद लगभग खत्म हो गई है. इंद्रजीत का दूसरा सैंपल भी पॉजीटिव आया है.इंद्रजीत की जांच 22 जून को की गई थी और उनके शरीर में प्रतिबंधित दवा ‘एंड्रोस्ट्रोने’ और ‘एटियोकोलानोलोने’ की मात्रा मिली थी. पहले डोप टेस्ट का नतीजा भी इंद्रजीत के खिलाफ गया था.हरियाणा के भिवानी के रहने वाले 28 वर्षीय शॉटपुट खिलाड़ी इंद्रजीत सिंह ने पिछले साल मैंगलोर में हुए फेडरेशन कप में अपना बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 20.65 मीटर गोला फेंककर वर्ल्ड चैंपियनशिप और रियो ओलंपिक का टिकट हासिल किया था.

इंद्रजीतइंचियोन एशियन खेल-2014 में कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी इंद्रजीत ऐसे पहले भारतीय ‘ट्रैक एंड फील्ड’ एथलीट हैं, जिन्होंने रियो ओलंपिक-2016 के लिए क्वालीफाई किया.राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने इंद्रजीत को उनके ‘बी’ नमूने की जांच जल्द से जल्द कराने का आदेश दिया था.हालांकि, इंद्रजीत ने निर्दोष होने का दावा करते हुए कहा था, “मेरे खिलाफ यह गंभीर साजिश है. वरना कोई ओलंपिक खेलों से पहले इस प्रकार की बेवकूफी क्यों करेगा?”इंद्रजीत का दावा है कि वह हमेशा से ही इस चीज के खिलाफ रहे हैं. भारतीय एथलीटों को सरकार और विभिन्न खेल महासंघों का सामना करना पड़ता है और उनकी आवाज को दबाया जाता है.इंद्रजीत ने कहा था, “मेरे नमूने के जरिए मुझे इस आरोप में फंसाए जाने की कोशिश की जा रही है. मेरे पदक जीतने के अवसर थे और कई लोगों का मानना है कि यह मुझे भारतीय खेल जगत में लोकप्रिय बना सकता है. तब मैं उनके लिए अधिक परेशानियां खड़ी कर सकता हूं. नाडा ने हाल ही में मेरा करीब पांच बार परीक्षण किया और हमेशा मैं इसमें सफल रहा.”