मुंबई। शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में एक बार फिर बीजेपी के नेतृत्व वाली फड़णवीस सरकार पर निशाना साधा गया है। सामना में महंगाई के मुद्दे को लेकर लिखा गया है कि एक तरफ दालों की कीमत आसमान छू रही है तो दूसरी तरफ इसको नियंत्रित करने वाला कानून भी आगे नहीं बढ़ पा रहा है। स्थिति ऐसी है कि सरकार जहां दाल दर वृद्धि नियंत्रण का रास्ता खोज रही है, तो वहीं आम जनता इस बढ़ती दालों की महंगाई से बचकर दीवाली कैसे मनाए, इस सोच में डूबी हुई है।shi

सामना में लिखा गया है कि अगर दाल दर नियंत्रण कानून का मसौदा मंजूर कर लिया गया होता तो शायद सरकार को दालों की दर कंट्रोल करने और जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने में थोड़ी मदद मिल गई होती। सामना में हमला महाराष्ट्र दाल दर नियंत्रण की राज्य सरकार की कोशिश पूरी तरह से बेकार हो गई है। पर अब तत्काल कुछ करना होगा।

राज्य विधानसभा का हवाला देते हुए शिवसेना ने लिखा है कि दूसरा शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है पर यह कानून तो दूर दर वृद्धि तक नियंत्रण में नहीं आ सका है। सरकार को जरूरी है कि वह दीवाली से पहले कुछ ठोस और सख्त कदम उठाए ताकि लोगों को आक्रोश ना देखना पड़े। सरकार को दालों के भाव कम करने के लिए युद्ध स्तर पर कोशिश करनी होगी।