किंग्स इलेवन पंजाब टीम ने फिर से जीत का लय हासिल कर लिया है. मुम्बई इंडियंस के खिलाफ अपने पिछले मैच में हार का स्वाद चखने वाली इस टीम ने फिर से लय में लौटते हुए बुधवार को बाराबाती स्टेडियम में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के सातवें संस्करण के अपने सातवें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स को 44 रनों के भारी अंतर से हरा दिया. इस जीत के साथ किंग्स इलेवन टीम फिर से आठ टीमों की तालिका में शीर्ष पर पहुंच गई है.

सुपर किंग्स को आठ मैचो में दूसरी हार मिली जबकि किंग्स इलेवन ने सात मैचों में छठी जीत हासिल की है. दोनों टीमों के 12-12 अंक हैं लेकिन नेट रन रेट के मामले में किंग्स इलेवन महेंद्र सिंह धौनी की टीम से बेहतर है.

किंग्स इलेवन ने सुपर किंग्स के सामने 232 रनों का लक्ष्य रखा. जवाब में खेलने उतरी सुपर किंग्स टीम शुरुआत से ही बड़े स्कोर को हासिल करने के दबाव में दिखी और इस दौरान किंग्स इलेवन के गेंदबाजों ने सराहनीय प्रदर्शन किया. नतीजा हुआ कि सबसे मजबूत बल्लेबाजी क्रम का दम भरने वाली सुपर किंग्स टीम निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट पर 186 रन ही बना सकी.

सुपर किंग्स की शुरुआत खराब रही. अब तक उसके लिए कई बड़ी और अहम पारियां खेल चुके ड्वायन स्मिथ (5) महज पांच रन के कुल योग पर पवेलिय लौट गए. स्मिथ को संदीप शर्मा ने चलता किया.

इसके बाद ब्रेंडन मैक्लम (33) और सुरेश रैना (35) ने दूसरे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी की लेकिन यह साझेदारी तेजी नहीं पकड़ सकी. आखिरकार 56 के कुल योग पर ग्लेन मैक्सवेल ने रैना को डेविड मिलर के हाथों कैच करा दिया. रैना ने 27 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया.

रैना का स्थान लेने आए रवींद्र जडेजा (17) ने तेजी से रन बटोरने का प्रयास किया लेकिन आठ गेंदों पर तीन चौके लगाने के बाद वह ऋषि धवन द्वारा बोल्ड कर दिए गए. यह विकेट 88 के कुल योग पर गिरा. इसके बाद 98 के कुल योग पर मैक्लम रन आउट हुए. मैक्लम ने 29 गेंदों पर तीन चौके लगाए.

मैक्लम का विकेट 12वें ओवर की अंतिम गेंद पर गिरा. उस समय सुपर किंग्स को 48 गेंदों पर 134 रनों की जरूरत थी. जाहिर है, प्लॉट उसके हाथों से निकल चुका था. फाफ दू प्लेसिस (52) और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (23) के पास चमत्कार करने के सिवाय कोई और चारा नहीं रह गया था.

ये दोनों चमत्कार नहीं कर सके. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 61 न जोड़े. प्लेसिस 25 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाने के बाद 159 के कुल योग पर और धौनी 20 गेंदों पर एक छक्का लगाने के बाद 167 के कुल योग पर आउट हुए. इन दोनों को मिशेल जानसन ने चलता किया.

मिथुन मन्हास आठ और रविचंद्रन अश्विन 11 रनों पर नाबाद लौटे. इस तरह सुपर किंग्स टीम लक्ष्य से 44 रन पीछे रह गई. किंग्स इलेवन की ओर से संदीप, मैक्सवेल और धवन ने एक-एक विकेट लिया जबकि जानसन को दो सफलता मिली.

इससे पहले, मैन ऑफ द मैच चुने गए ग्लेन मैक्सवेल (90) की शानदार तूफानी अर्धशतकीय पारी और डेविड मिलर (47) के साथ चौथे विकेट के लिए उनकी 135 रनों की साझेदारी की बदौलत किंग्स इलेवन पंजाब टीम ने टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए अपने नए घरेल मैदान पर निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 231 रन बनाए.

यह आईपीएल-7 का यह अब तक का सबसे बड़ा योग है. मैक्सवेल ने 38 गेंदों की तूफानी पारी में छह चौके और आठ छक्के लगाए. मिलर ने 32 गेंदों पर पांच चौके और दो छक्के जड़े. इन दोनों के अलावा वीरेंद्र सहवाग ने 30 रनों की तेज पारी खेली.

कप्तान जार्ज बेले ने भी खुलकर हाथ दिखाए और 13 गेंदों पर छह चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 40 रन बनाए. मिशेल जानसन 11 रनों पर नाबाद लौटे.

पारी की शुरुआत करने आए सहवाग ने 23 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया. सहवाग की बदौलत किंग्स इलेवन ने उम्दा शुरुआत की. मंदीप सिंह (3) और सहवाग ने पहले विकेट के लिए 27 गेंदों पर 33 रन जोड़े.

सहवाग 38 के कुल योग पर मोहित शर्मा के शिकार हुए लेकिन इसके बाद बाराबाती स्टेडियम में अगले 10 ओवरों में जो कुछ हुआ, उसकी उम्मीद दर्शकों ने कतई नहीं की होगी. मिलर और मैक्सवेल ने सुपर किंग्स की आक्रमण पंक्ति का धता बताते हुए 10.4 ओवरों में 12.65 के औसत से रन बटोरे. इसमें मिलर के 47 और मैक्सवेल के 84 रन शामिल हैं.

मिलर का विकेट 173 के कुल योग पर गिरा. मैक्सवेल ने 22 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया. वह शतक के करीब पहुंचते दिख रहे थे लेकिन मोहित ने उन्हें 182 के कुल योग पर चलता कर दिया. मैक्सवेल तीसरी बार शतक के करीब पहुंचकर नाकाम हुए. वह इससे पहले दो बार 89-89 का स्कोर बना चुके हैं.

मैक्सवेल की विदाई के बाद बेले और जानसन ने सुपर किंग्स के गेंदबाजों की धुनाई जारी रखी. इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 16 गेंदों पर 49 रनों की साझेदारी की.

सुपर किंग्स की ओर से मोहित ने दो विकेट लिए जबकि बेन हिल्फेनहास और ड्वायन स्मिथ को एक-एक विकेट मिला. स्मिथ ने मिलर को आउट करके अपनी टीम को मुश्किल से बचाने का काम किया.