दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ठगों के गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो फेसबुक पर नकली आईडी बनाकर ठगी किया करता था. इस गिरोह में कुल पांच लोग थे, जिनमें दो महिलाएं थी.इस गिरोह की महिलाएं फेसबुक पर नकली आईडी बनाती और लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती. सामने वाला जब दोस्त बन जाता तब ये महिलाएं उनकी जरूरत समझने की कोशिश करती. अगर सामने वाले को नौकरी की दरकार हो तो ये नौकरी दिलवाने की बात करती और व्यापार हो तो उसमें मदद का वादा करती.डीसीपी, सेंट्रल परमादित्य ने बताया कि इस गिरोह की एक महिला सुनीता ने इसी तरह से नौकरी का झांसा देकर केरल के प्रदीश को दिल्ली बुला लिया. दिल्ली आने के बाद सुनीता अपने एक दूसरी महिला साथी आएशा के साथ प्रदीश के पास पहुंची और उसे अपने साथ उत्तम नगर के चंदर नगर इलाके में एक घर में ले गए. वहीं पर जब ये तीनों पहुंचे तो वहां संजीब आदित्य और कुलविंदर भी थे. इन सबने खुद को पत्रकार बताया और प्रदीश से कहा कि उन सबने उसका वीडियो बना लिया है और अगर उसने ढाई लाख रुपये नहीं दिए तो वो वीडियो को कई चैनलों पर दिखा देंगे, जिसके बाद प्रदीश ने अपने पिता को केरल में फोन किया कि उसका अपहरण हो गया है और फिरौती के ढाई लाख देने के बाद ही वो बच पाएगा.

 प्रदीश के पिता ने फौरन ही इस बात की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि प्रदीश करोल बाग के होटल में रुका था और वहां से उसे दो महिलाएं लेकर गई थीं. इस बीच बदमाशों ने पैसे लेने के लिए प्रदीश के घरवालों को मीरा बाग इलाके में बुलाया. वहीं से पुलिस ने आदित्य और कुलविंदर को पकड़ लिया और फिर उसी की निशानदेही पर प्रदीश को बचाया और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया.