नई दिल्‍ली : करगिल में शहीद हुए कैप्टन मनदीप सिंह की बेटी गुरमेहर कौर अब एआईएसए के मार्च में शामिल नहीं होंगी। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के रामजस कॉलेज में बीते दिनों हिंसक झड़पों के कुछ दिन बाद लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा और शहीद जवान की बेटी ने सोशल मीडिया पर एक अभियान शुरू किया था। यह काफी वायरल हो गया और देश भर के विश्वविद्यालयों के छात्रों ने इसका व्यापक समर्थन किया।

गुरमेहर कौर ने मंगलवार को कहा है कि मैं इस अभियान से खुद को अलग कर रही हूं। डीयू की इस छात्रा ने अब खुद को अकेला छोड़ने की अपील की। उसने यह भी कहा कि मुझे अब कुछ और साबित करने की जरूरत नहीं है। एआईएसए समर्थक छात्रा ने कहा कि ये मुहिम मेरे नहीं बल्कि छात्रों के लिए है। बता दें कि डीयू में मंगलवार को एआईएसए समर्थक मार्च निकालने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन अब शहीद की बेटी इस मार्च में शामिल नहीं होगी।

रिपोर्टों के अनुसार, गुरमेहर कौर ने बीते दिनों दावा किया था कि छात्र इकाई के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ने पर उसे कथित तौर पर ‘दुष्कर्म की धमकी’ मिल रही है। इस मामले में गुरमेहर ने सोमवार को दिल्ली महिला आयोग में शिकायत की। डीयू की छात्रा 24 साल की गुरमेहर ने रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के बाद ‘मैं एबीवीपी से नहीं डरती’ अभियान शुरू किया था। सोशल मीडिया पर उसका ये अभियान वायरल हो गया और विभिन्न विश्वविद्यालयों से उसे काफी समर्थन मिला। आयोग को दी गई शिकायत में गुरमेहर ने कहा कि जबसे उसने रामजस कॉलेज की घटना के बाद ‘राष्ट्रवाद के नाम पर हिंसा’ की आलोचना की है, तबसे कथित तौर पर उसे सोशल मीडिया पर ‘दुष्कर्म’ की धमकी मिल रही है।

दूसरी ओर, शहीद की बेटी को धमकियां मिलने की खबरें आने के साथ दिल्‍ली पुलिस ने कहा कि वह युवती की सुरक्षा की मांग से जुड़े दिल्ली महिला आयोग के पत्र की समीक्षा कर रही है। दिल्‍ली महिला आयोग की अध्‍यक्ष मालीवाल ने अपने खत में लिखा, ‘स्थिति और मिलने वाली धमकियों की गंभीरता को देखते हुए ये अनुसंशा की जाती है कि लड़की और उसके परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए तथा बदसलूकी करने वालों के खिलाफ फौरन एफआईआर दर्ज की जाए।’