शंकराचार्य के निशाने पर PM, बोले- बीफ को बढ़ावा दे रहे मोदी
हाल ही में साईं पर अपने विवादित बयानों के चलते सुर्ख़ियों में आए ज्योतिष एवं शारदापीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने अब पीएम नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया है। शंकराचार्य ने कहा कि गोकशी की मशीनों के लिए नरेंद्र मोदी सब्सिडी दे रहे हैं, जो बीफ को बढ़ावा देने वाला कदम है।
मोदी कार्यकाल मे गोमांस का निर्यात बढ़ा
शंकराचार्य ने कहा कि ‘गोहत्या बंद करो’ के नारे पर केंद्र की सत्ता पर काबिज होने वाले मोदी गो हत्या पर रोक लगाने की बजाय, गाय को कत्ल करने की मशीनों की खरीदारी पर रियायत देकर हत्या को और बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दरअसल सरकार की गो हत्या रोकने की मंशा ही नहीं है। स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि गो हत्या पर रोक तो दूर मोदी सरकार में उल्टा गोमांस का निर्यात कई गुना बढ़ गया है।
एनडीए सरकार, भाजपा और आरएसएस नहीं बना सकते राममंदिर
राम मंदिर के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार, भाजपा और आरएसएस राम मंदिर नहीं बना सकते। सरकार तो धर्म निरपेक्ष है लिहाजा उससे राम-रहीम से कोई सरोकार नहीं। भाजपा राजनीतिक दल है, उसे भी मंदिर निर्माण से कोई मतलब नहीं। आरएसएस एक सामाजिक संस्था है, जिसे राममंदिर निर्माण से कोई लेना देना नहीं।
रामालय ट्रस्ट बनाएगा मंदिर
उन्होंने कहा राममंदिर तो रामालय ट्रस्ट ही बनाएगा। इसके लिए पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहा राव के कार्यकाल से ही प्रयास जारी है। रामालय ट्रस्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री के तर्कों को सर्वोच्च न्यायालय ने भी स्वीकार किया है। साथ ही कहा कि रामजन्म स्थल पर न मस्जिद थी न बाबर कभी वहां गया। शंकराचार्य ने कहा कि भाजपा के लोगों द्वारा विवादित ढांचे को गिराने के बाद मुस्लिमों के दिलो-दिमाग में यह बैठ गया कि चूंकि इन्होंने गिराया है तो यह जरूर मस्जिद ही रही होगी।
भगवान राम का आदर्श नहीं बालक राम का मंदिर बनेगा
शंकराचार्य ने कहा कि आरएसएस के सरसंघ चालक कहते हैं कि अयोध्या में भगवान राम का आदर्श मंदिर बनाएंगे। यह सही नहीं, आदर्श मंदिर कैसा। फिर तो सरदार पटेल का मंदिर बनाएं चाहे राम का दोनों में फर्क क्या। मंदिर तो बालक राम का बनेगा। राम के बाल स्वरूप में भगवान हैं आदर्श स्वरूप में नहीं। यह काम रामालय ट्रस्ट करेगा वह कंबोडिया के मंदिर की तर्ज पर भव्य राममंदिर का निर्माण कराएगा।
– जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती द्वारिका एवं ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य हैं।
– वैदिक संस्कृति में चार पीठ बताए गए हैं, जिनकी स्थापना आदि शंकराचार्य ने की थी।
– दोनों द्वारिका एवं ज्योतिष पीठ पर स्वामी स्वरूपानंद शंकराचार्य का दायित्व संभाल रहे हैं।
– स्वामी स्वरूपानंद का जन्म सिवनी जिले के अंतर्गत ग्राम दिघौरी में हुआ था। यहां पर भगवान शिव का स्फटिक का शिव लिंग है, जो विश्व में अद्वितीय है।
– जबलपुर से करीब 65 किलोमीटर दूर, नरसिंहपुर जिले की तहसील गोटेगांव (श्रीधाम) के गांव झोंतेश्वर में स्वरूपानंद जी 13 -14 साल की उम्र में आ गए थे। उन्होंने यहां जंगल में तपस्या की थी। यह स्थान परमहंसी गंगा आश्रम के नाम पर विख्यात है।