‘मेरा वोट NaMo को’ : किरण बेदी
आपको बता दें कि एक टीवी डिबेट के दौरान किरण बेदी ने कहा था, ‘हमें दो राष्ट्रीय पार्टियों के बीच चुनना है. क्या हम उस पार्टी को चुनेंगे जो अभी सत्ता में है, जिसने पिछले 9 सालों में घोटाले पर घोटाले किए. या फिर दूसरी राष्ट्रीय पार्टी को चुनें जिसका नेतृत्व एक प्रशासक कर रहा है जो लगातार तीन बार गुजरात का मुख्यमंत्री बना. अरविंद केजरीवाल ईमानदार हैं पर उनके पास केंद्र में सरकार चलाने का अनुभव नहीं और न ही उनके पास नंबर है. मैं स्थिरता की वकालत करती हूं और अगर मोदी के आने से ऐसा होता है तो मैं इसके पक्ष में हूं.’
किरण बेदी का ये बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि मीडिया में ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जो कभी टीम अन्ना में किरण बेदी के साथ थे, पर टीम अन्ना के टूट जाने के बाद दोनों के रास्ते पूरी तरह से अलग हो गए हैं. गौर करने वाली बात यह भी है कि अपने शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए केजरीवाल ने किरण बेदी को न्यौता भी भेजा था पर वो नहीं आई थीं.