भानपुरा। श्मशान में अस्थिया— कोयला चोरी, गमगीन परिवार अस्थिया लेने पहुंचा तो रह गए भौचक्के
भानपुरा के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार स्थल को ही चोर नहीं छोड रहे है। 15 अगस्त को  पत्रकार  चंद्रप्रकाश वधवा की दादीजी का स्वर्गवास हो गया था। सोमवार सुबह अस्थिया एकत्रित करने के लिए गमगीन परिवार और रिश्तेदार श्मशान घाट पहुंचे तो भौचक्के रह गए। चोर अस्थिया, कोयला और कंडे और कुछ बची हुई लकडी ले गए। कुछ ही राख बची हुई थी। जिससे वधवा परिवार ने रस्मे पूरी की। श्मशान घाट पर यह चोरी चर्चा का विषय तो बनी हुई है वहीं दूसरी और गमगीन परिवार के लोगों की भावनाओं को ठेंस भी पहुंचाई है। इस मामले में भानपुरा टीआई को सूचना दी तो उन्होंने कहा कि मैं बाहर हूं। बाद में उन्होंने एक सब इंसपेक्टर को पहुंचाया।
एक सप्ताह  पहले भी हुई चोरी—
भानपुरा के भूपेंद्र सोनी की माताजी का एक  सप्ताह पहले स्वर्गवास हुआ था। उनके दाह संस्कार स्थल पर भी चोरी हुई। एक सप्ताह पहले तो चोर अस्थिया छोडकर चले गए थे और कोयला ले गए थे, किन्तु इस बार तो अस्थिया भी ले गए। कुछ ही राख छोड गए।
तांत्रिक क्रिया या कोयले की जरूरत—
श्मशान में अजीब चोरी को लेकर कई तरह की चर्चा है। चर्चा इस बात की है कि कोई तांत्रिक क्रिया करने के लिए तो अस्थिया व राख चोरी तो नहीं कर रहा है। या फिर कोयले की आवश्यकता के लिए तो ऐसा कर रहा है। चोरी हजारों की भी नहीं है, बस आस्था से जुडा मामले की चोरी होने के कारण भानपुरा में आक्रोश है।