अमेठी में किसानों से मिलीं स्मृति
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मंगलवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंच गई हैं। दिल्ली से अमेठी पहुंचते ही उन्होंने बारिश से फसलों की बर्बादी से प्रभावित किसानों से मुलाकात की। इस दौरान अमेठी में स्मृति ईरानी ने एक दुकान पर रुक कर चाय पी और लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। उनके साथ केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान भी हैं। बताते चलें कि लोकसभा चुनाव स्मृति ईरानी ने अमेठी से ही लड़ा था, लेकिन वह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से हार गईं थी।स्मृति ईरानी के इस दौरे पर राहुल गांधी ने पलटवार किया है। अमेठी में काम न होने के आरोपों का जवाब देते हुए राहुल ने कहा, ”मुझे उम्मीद है कि मंत्री (स्मृति ईरानी) अमेठी को फूड पार्क वापस दिलाएंगी।” बता दें कि अमेठी में फूड पार्क को कैंसिल किए जाने का मुद्दा पिछले दिनों राहुल ने लोकसभा में उठाया था।
राहुल के अपने क्षेत्र से बेरुखी को ध्यान में रखते हुए स्मृति ईरानी अमेठी में किसान पंचायत करेंगी। इस किसान पंचायत के जरिये वह अमेठी के किसानों का हाल जानेंगी। बताते चले कि पिछले दिनों बेमौसम बरसात के चलते अमेठी के किसान भी काफी प्रभावित हुए थे। ऐसे में किसान राजनीति को धार देने के लिए स्मृति अमेठी आ रही हैं। पिछले दिनों राहुल गांधी पंजाब, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में जाकर प्रभावित किसानों से मुलाकात तो की लेकिन वह अमेठी नहीं आए थे। उनके अमेठी नहीं आने को लेकर बीजेपी ने उन पर पलटवार भी किया था। संसद में मंत्री हरसिमरत कौर ने इस मुद्दे पर राहुल पर निशाना साधा था। इस बीच खबर मिली है कि स्मृति ईरानी के दौरे के बाद राहुल गांधी भी 18 मई को अमेठी दौरे पर आ रहे हैं।
स्मृति ईरानी ने मंगलवार को कहा कि वह अमेठी के पांच हजार किसानों का बीमा कराएंगी। स्मृति ईरानी ने कहा, ” यहां के सांसद अपने क्षेत्र से नदारद हैं। मैं 26 मई को फिर अमेठी का आउंगी। खुद के पैसे से कराउंगी 25 हजार गरीबो का बीमा। गांधी परिवार की 3 पीढ़ियों ने अमेठी को लूटा है। लोगों के सपने मोदी सरकार ही पूरा करेगी।” केंद्रीय मंत्री कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान ने कहा कि राहुल के पास अमेठी और यहां के किसानों के लिए समय नहीं है। पिछले पांच महीनों से वे अमेठी नहीं आए हैं।
अमेठी में फूड पार्क कैंसिल किए जाने का मसला मंगलवार को संसद में भी उठा। लोकसभा में अमेठी में फूड पार्क कैंसिल किए जाने पर सफाई पेश करते हुए मोदी सरकार में मंत्री हरसिमरत कौर ने कहा, ”2012 में ही अमेठी में फूड पार्क के लिए आदित्य बिड़ला ने मंजूरी मांगी थी लेकिन यूपीए सरकार ने मंजूरी नहीं दी थी। इतने सालों के बीच यूपीए सरकार ने वहां फूड पार्क बनाने के लिए जमीन का अधिग्रहण तक नहीं किया।” इस दौरान लोकसभा में कांग्रेसी सांसदों ने जमकर हंगामा किया।