जीते जी किंवदंती बन गए अमेरिकी अरबपति निवेशक वारेन बफे ने इस साल के सबसे बड़े दानवीर साबित हुए हैं। उन्होंने वर्ष 2014 में परोपकार के लिए सर्वाधिक 2.1 अरब डॉलर (करीब 13,000 करोड़ रुपये) का योगदान किया। उन्होंने यह दान बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को अपनी कंपनी बर्कशायर हैथवे के 1.66 करोड़ शेयरों के रूप में दिया। संपत्ति आकलन करने वाली फर्म वेल्थ-एक्स के मुताबिक बफे 10 बड़े दानवीरों की सूची में शीर्ष पर रहे। सूची में उन्हीं दानदाताओं को स्थान दिया गया है, जो इसी साल दान कर चुके हैं। इसमें कोई भी भारतीय शामिल नहीं है।गोप्रो के संस्थापक, सीईओ एवं चेयरमैन निकोलस वुडमैन इस सूची में दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने पत्‌नी के साथ मिलकर सिलिकॉन वैली कम्युनिटी फाउंडेशन को 49.75 करोड़ डॉलर का दान दिया। टॉप-10 की इस सूची में आठ दानवीर अमेरिका के हैं। हांगकांग रीयल एस्टेट के बादशाह रॉनी और जेराल्ड चान ही ऐसे गैर अमेरिकी रहे, जिन्होंने इस सूची में जगह बनाई। दोनों अरबपति भाइयों को इस सूची में तीसरा व चौथा स्थान दिया गया।

इन दोनों ने हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी को 35 करोड़ डॉलर की सौगात दी है। हॉर्वर्ड को हेज फंड प्रबंधक केनेथ ग्रिफिन से 15 करोड़ डॉलर मिले। ग्रिफिन इस सूची में पांचवें नंबर पर है। वेल्थ-एक्स ने कहा कि दस में से छह दान शैक्षणिक संस्थानों, दो स्वास्थ्य के क्षेत्र में और दो परोपकारी फाउंडेशनों को दिए गए हैं।