गीता प्रेरणा महोत्सव: लालकिले से गूंजे गीता के श्लोक: 18 के बजाय 9 हजार युवाओं ने किया अष्टाध्यायी गीता का पाठ
कुरुक्षेत्र. कुरुक्षेत्र में इंटरनेशनल गीता जयंती के शुभारंभ से तीन दिन पहले ऐतिहासिक लालकिले से गीता के संदेश देश के दिल दिल्ली में गूंजे। हजारों युवाओं समेत विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों प्रोफेशनल गीता पाठ करने और गीता से प्रेरणा पाने के लिए एकजुट हुए। गीता जयंती के उपलक्ष्य में जीओ गीता की तरफ से गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद की अगुवाई में गीता प्रेरणा महोत्सव रविवार को लालकिले में मनाया गया।
गीता प्रेरणा महोत्सव का शुभारंभ सीएम मनोहर लाल व गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर आरएसएस प्रमुख मोहनभागवत, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला, सीएम मनोहरलाल के अलावा कई सांसद, मंत्री व विधायक शामिल हुए। वहीं, अलग-अलग धर्मों से कई लोगों ने शिरकत की।
मनोहर लाल ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। उन्होंने हरियाणा में कुरुक्षेत्र को भव्य कुरुक्षेत्र बनाए जाने की रूपरेखा रखी। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र के 48 कोस के प्राचीन क्षेत्र में स्थित महाभारत कालीन तीर्थ स्थलों को क्रमबद्ध रूप से विकसित किया जा रहा है। कुरुक्षेत्र में सूर्यग्रहण पर व अन्य धार्मिक अवसरों पर श्रद्धालुओं को बढ़ती जा रही संख्या के चलते सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि अगले साल ऑस्ट्रेलिया में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव होगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला व ज्ञानानंद महाराज ने गीता का विमोचन किया।
जगह की दिक्कत से घटानी पड़ी संख्या
गीता प्रेरणा महोत्सव में पहले गीता के 18 अध्यायों के आधार पर ही कार्यक्रम व गीता पाठ, विभिन्न प्रोफेशनल्स को एकत्रित करने की प्लानिंग थी, लेकिन बाद में यह संख्या घटाकर आधी कर दी। केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा के मुताबिक लालकिला परिसर में जगह की कमी को देखते हुए ऐसा करना पड़ा। गीता प्रेरणा में 18 हजार युवाओं की जगह नौ हजार युवा बुलाए गए। इसके अलावा 1800 चिकित्सकों की जगह 900 चिकित्सक, वैद्य, इंजीनियर व अन्य प्रोफेशन में भी 1800 की बजाय 900-900 बुलाए गए। कार्यक्रम सुबह साढ़े दस बजे से ढाई बजे तक चला। इस दौरान करीब आधा घंटा गीता अष्टाध्यायी पाठ हुआ। राष्ट्रीय गान के साथ समापन हुआ।
ये रहा खास :
गीता प्रेरणा महोत्सव-2019 में नेत्रहीन छात्राओं ने गीता के 18 अध्यायों से संकलित 18 श्लोकों का उच्चारण किया। 18 मुस्लिम छात्रों ने गीता के 18 अध्यायों से संकलित 18 श्लोकों का उर्दू अनुवाद प्रस्तुत किया। बता दें कि स्वामी ज्ञानानंद महाराज की तरफ से अष्टाध्यायी गीता भी प्रकाशित की हुई है। जिसमें गीता के चुनिंदा 18 श्लोक रखे गए हैं। ताकि मुख्य आयोजनों में कम समय में भी गीता के पाठ किए जा सकें।