जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जयललिता ने कहा था कि तमिलनाडु की लेडी मोदी से बेहतर है तो अब बीजेपी के साथ उनका गठबंधन कैसे हो सकता है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जयललिता मोदी के खिलाफ नहीं थीं, वो सिर्फ दुनिया को ये बताना चाहती थीं कि तमिलनाडु में भी एक बेहतरीन नेतृत्व मौजूद है.

फोटो-Twitter/RajenthraBalaji

तमिलनाडु सरकार के डेयरी विकास मंत्री के टी राजेन्द्रन बालाजी ने कहा है कि प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड मुनेत्र कड़गम कार्यकर्ताओं के पिता समान हैं. श्रीविल्लिपुथुर के नजदीक महाराजपुरम में संवाददाताओं से बात करते हुए के टी राजेन्द्र बालाजी ने कहा, मोदी हमारे डैडी हैं, इंडिया के डैडी हैं, हम उनके नेतृत्व को स्वीकार करते हैं. मंत्री बालाजी ने कहा कि अम्मा (जयललिता) के निधन के बाद पीएम मोदी AIADMK को मदद करने और रास्ता दिखाने आगे आए.

दरअसल, मंत्री महोदय से जब पत्रकारों ने सवाल पूछा कि जब जयललिता ने बीजेपी से गठबंधन नहीं किया तो मौजूदा AIADMK नेतृत्व इस तरह का गठबंधन कैसे कर रहा है. इस सवाल के जवाब में मंत्री के टी राजेन्द्रन ने कहा कि अम्मा का फैसला अलग था, लेकिन अम्मा जैसी बड़ी शख्सियत की गैरमौजूदगी में मोदी हमारे डैडी हैं, इंडिया के डैडी हैं.

बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तमिलनाडु में बीजेपी ने जयललिता की पार्टी AIADMK के साथ गठबंधन किया है. जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जयललिता ने कहा था कि तमिलनाडु की लेडी मोदी से बेहतर है तो अब बीजेपी के साथ उनका गठबंधन कैसे हो सकता है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जयललिता मोदी के खिलाफ नहीं थीं, वो सिर्फ दुनिया को ये बताना चाहती थीं कि तमिलनाडु में भी एक बेहतरीन नेतृत्व मौजूद है, अन्यथा अम्मा नरेंद्र मोदी का बेहद सम्मान करती थीं. उन्होंने कहा कि वाजपेयी के जमाने में भी जयललिता उनकी अच्छी मित्र थीं. बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान दक्षिण की सियासत में ‘तमिलनाडु की लेडी या गुजरात के मोदी’ का नारा खूब चला था.

2019 के लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु में बीजेपी और सत्ताधारी एआईएडीएमके के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है. इस  तहत बीजेपी 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, तो वहीं पट्टाली मक्कल कत्ची (पीएमके) 7 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारेगी. पीएमके को राज्यसभा की भी एक सीट मिलेगी. तमिलनाडु और पुदुचेरी में लोकसभा की 40 सीटें हैं. बीजेपी और पीएमके को 12 सीटें देने के बाद बाकी बची 28 सीटों पर AIADMK और DMDK चुनाव लड़ेगी.