IND vs AUS, 2nd Test, Day 4: आखिरी सेशन का खेल शुरू, भारत के सामने विराट चुनौती
AUS vs IND, 2nd Test: तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट पर 132 रन बना लिए हैं. उस्मान ख्वाजा 41 और टिम पैनी 8 रन बनाकर नाबाद हैं.
विकेट पतन: 0-1 (केएल राहुल, 0.4), 13-2 (पुजारा, 3.5)
इससे पहले मोहम्मद शमी (56 पर 6) की घातक गेंदबाजी की बदौलत भारत ने मेजबान टीम को उसकी दूसरी पारी में 243 रनों पर समेट दिया. इस तरह उसे पहली पारी के 43 रन मिलाकर कुल 286 रन की बढ़त मिल गई है. मतलब भारत को दूसरा टेस्ट जीतने और सीरीज में 2-0 से आगे निकलने के लिए 287 रन बनाने होंगे. चौथे दिन का पहला सेशन पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा. और इस दौरान भारत एक भी विकेट नहीं चटका सका. लेकिन दूसरे सेशन में मोहम्मद शमी बुरी तरह कहर बनकर कंगारू बल्लेबाजों पर टूटे. और इस दौरान गिरने वाले छह में चार विकेट उनके, तो दो विकेट जसप्रीत बुमराह के खाते में गए. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के लिए उस्मान ख्वाजा ने 72 और कप्तान टिम पैनी ने 37 रन की उपयोगी पारी खेली.
दूसरा सेशन: शमी का जलवा…और खराब शुरुआत
3. भारत की बेहाल शुरुआत
वास्तव में केएल राहुल (0) को इस पारी में पिछले सभी ‘पाप’ धोने का मौका मिला था. पर्थ की दूसरी पारी में केएल राहुल एक बेहतरीन पारी खेलकर अपने टेस्ट करियर में फिर से जान डाल सकते थे, लेकिन पहली पारी की तरह ही इस बार भी मिशेल स्टॉर्क ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं. कॉन्फिडेंस राहुल का एकदम धरातल पर! न अपने ऑफ स्टंप का ही पता और न ही गेंद को पढ़ पा रहे हैं! अगले टेस्ट मैचों में भगवान ही मालिक है. बहरहाल, भारत की खराब ओपनिंग में तब कोढ़ में खाज जैसे हालात हो गए, जब इन-फॉर्म बैट्समैन चेतेश्वर पुजारा (4) को हेजलवुड ने विकेट के पीछे लपकवा दिया.
2. बुमराह ने खत्म की टेंशन
कंगारू पारी के नौ विकेट गिरने के बाद मिशेल स्टॉर्क (14) और हेजलवुड (17) ने मिलकर भारतीयों को खूब छकाया. दोनों ने कुछ अच्छी बाउंड्रियां बटोरकर कप्तान विराट कोहली की हताशा और बढ़ा दी. आखिरकार जसप्रीत बुमराह ने हेजलवुड की गिल्लियां बिखेर कप्तान की अपनी टेंशन को खत्म कर दी, लेकिन इन दोनों ने दसवें विकेट के लिए 36 रन की बहुमूल्य साझेदारी करके अपनी टीम को मनोवैज्ञानिक फायदा दिलाने के साथ ही बढ़त को भी कुल 286 रनों तक पहुंचा दिया.
3. मोहम्मद शमी बन गए शामत!
पता नहीं मोहम्मद शमी ने लंच में क्या खाया, लेकिन दूसरे सेशन के पहले ही ओवर में उन्होंने विकेट का सूखा खत्म करते हुए भारत की मैच में वापसी करा दी. वह भी लगातार दो गेंदों पर दो विकेट! पहले विकेट पर जम चुके कप्तान टिम पैनी (37) शमी की बाउंसर से हिलकर रह गए. उन्हें पता नहीं चला कि कि गेंद कब उठी, कब बल्लेे को चूमा और कब स्लिप में विराट कोहली के हाथों में चली गई.
नए बल्लेबाज थे रविवार के रिटायर्डहर्ट बल्लेबाज एरॉन फिंच. तरोताजा होकर उतरे थे, लेकिन भरोसा डगमगाया हुआ था. बस एक ही गेंद खेलने आए थे. शमी को की गेंद पर विकेट के पीछे पंत के हाथों लपके गए. शमी मानो कंगारुओं के लिए शामत बन गए. और इसी के साथ हो गई मैच में भारत की वापसी. इस वापसी को शमी ने और शानदार तब बना दिया, जब भारत के लिए मुसीबत बन गए उस्मान ख्वाजा (72) को उन्होंने पंत के हाथों लपकवाकर ऑस्ट्रेलिया को बड़ा झटका देने के साथ ही अअपना पांचवां विकेट लिया. करीब चार ओवर बाद ही शमी के खाते में उनका छठा विकेट आया, जब नॉथन लॉयन (5) की गेंद पर जगह बनाकर शॉट खेलने की कोशिश में विहारी के हाथों लपके गए.
पहला सेशन :
1. असरहीन दिखे भारतीय सीमर
इसे मैच से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम द्वारा पिच पर दस मिनट के लिए इस्तेमाल किया गया हेवी रोलर रहा हो, या कुछ और कारण, भारतीय गेंदबाज शुरुआती घंटे में असरहीन दिखाई पड़े. पिच में रविवार को दिखाई पड़ रहा असमान उछाल भी नदारद रहा, तो भारतीय सीमरों ने गेंद का टप्पा या लंबाई इतनी आगे नहीं रखी, जितनी रखनी चाहिए थी. इस शुरुआती घंटे में उस्मान ख्वाजा और टिम पैनी को बैकफुट पर अच्छी खासी खुराक मिली! इसने इन मनपसंद एरिया में खेलने का तो मौका दिया ही, निगाहें दुरुस्त करने के साथ ही आत्मविश्वास के स्तर को भी ऊंचा किया. नतीजा यह रहा कि ख्वाजा और पैनी ने लंगर डाल दिया. ख्वाजा ने अर्धशतक पूरा किया, तो ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ़त को भी दो सौ के पार पहुंचा दिया.
2. जम गए पैनी व ख्वाजा
यह सही है कि चौथे दिन सुबह के सेशन में गेंद ने पैनी और ख्वाजा के बल्ले के बाहरी और अंदरूनी किनारों की ज्यादा परीक्षा नहीं ली, लेकिन इन्हें भी श्रेय देना होगा कि दोनों बल्लेबाजों ने संतुलित रवैये और जोखिम का परिचय दिया. दोनों ही बल्लेबाजों ने लंच तक पांचवें विकेट के लिए 90 रन की साझेदारी कर भारतीय कप्तान विराट कोहली की हताशा को बहुत ज्यादा बढ़ा चुके थे. और इस हताशा को साफ तौर पर देखा गया. वहीं इस साझेदारी ने गेंदबाजों के मनोबल को भी बहुत ज्यादा प्रभावित किया.
विकेट पतन: 59-1 (हैरिस, 17.2), 64-2 (मार्श, 20.5), 85-3 (हैंड्सकॉम्ब, 25.1), 120-4 (हेड, 40.1) , 192-5 (पैनी 78.5), 192-6 (फिंच, 78.6), 198-7 (ख्वाजा, 82.1), 198-8 (83.3), 207-9 (लॉयन, 86.5), 243- 10 (स्टार्क, 93.2)
तीसरे दिन की बात करें, तो रविवार के खेल की समाप्ति पर मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 4 विकेट पर 132 रन बनाए थे. और पहली पारी के 43 रन को मिलाकर उसकी कुल बढ़त 175 रन की थी. इस टेस्ट के लिए दोनों देशों की फाइनल इलेवन इस प्रकार है:
ऑस्ट्रेलिया : टिम पेन (कप्तान/विकेटकीपर), एरॉन फिंच, मार्कस हैरिस, उस्मान ख्वाजा, शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ट्रेविस हेड, मिशेल स्टॉर्क, पैट कमिंस, नाथन लॉयन और जोश हेजलवुड
भारत : विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव