शिवराज सिंह चौहान खुद तो बच गए, पर उनके 13 मंत्री नहीं बचा पाए अपनी सीट
कांग्रेस को 230 सीटों में से 114 पर जीत हासिल हुई है, वहीं दूसरे नंबर पर भाजपा रही जिसके खाते में 109 सीटें आई हैं.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी सीट बचाने में तो कामयाब रहे, लेकिन उनके 11 मंत्री अपनी सीट भी नहीं बचा पाए. कांग्रेस को 230 सीटों में से 114 पर जीत हासिल हुई है, वहीं दूसरे नंबर पर भाजपा रही जिसके खाते में 109 सीटें आई हैं. इसके अलावा बसपा ने दो, सपा ने एक और अन्य ने चार सीटों पर कब्जा किया है. कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से दो सीट दूर रह गई. शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी सीट पर कांग्रेस के अरुण सुभाष चंद्र को करीब 59 हजार वोटों से हराया है.
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक भोपाल दक्षिण-पश्चिम सीट से भाजपा के उमाशंकर गुप्ता कांग्रेस के पीसी शर्मा से 6032 वोटों से हार गए. जबलपुर उत्तर सीट से शरद जैन को कांग्रेस के विनय सक्सेना ने 578 वोटों से रहा दिया. वहीं ग्वालियर सीट से कांग्रेस के प्रधुम्न सिंह तोमर ने भाजपा के मंत्री जयभान पवैया को 11093 वोटों से हराया है. देवास की हाटपीपल्या सीट से भाजपा के मंत्री दीपक जोशी कांग्रेस के मनोज सिंह चौधरी 13519 वोटों से हा गए. इसके अलावा सेंधवा से भाजपा के मंत्री अंतरसिंह आर्य कांग्रेस के ग्यारसीलाल रावत से 17878 वोटों से हार गए.
बता दें, मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों के नतीजे आ चुके हैं. बुधवार सुबह चुनाव आयोग ने फाइनल आकड़ें जारी किए हैं. यहां कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं भाजपा 109 सीटों पर रह गई. हालांकि, कांग्रेस बहुमत के जादूई आंकड़े 116 से दो सीट दूर रह गई. वहीं दो सीटें बहुजन समाज पार्टी, एक समाजवादी पार्टी और चार निर्दलीय उम्मीदवारों के हिस्से में गई हैं.