जम्मूतवी से इंदौर आ रही मालवा एक्सप्रेस (12920) सोमवार रात चोरों के कब्जे में रही। एसी से लेकर स्लीपर कोच तक चोर गिरोह ने जिसका चाहा बैग उड़ाया। सुबह 6 बजे भोपाल में यात्रियों को चोरी की जानकारी लगी तो उनके होश उड़ गए। उज्जैन जीआरपी ने जीरो पर कायमी कर प्रकरण भोपाल भेज दिया। यात्रियो को इस बात का मलाल था कि कोच अटेंडेंट ने भी उनकी एक न सुनी। 

मालवा एक्सप्रेस मंगलवार सुबह 11.20 बजे उज्ौन पहुंची। ट्रेन के कोच ए-1, एस-8 और एस-12 से पांच यात्री परिवारों का समूह सीधे जीआरपी थाने पहुंचा। वहां उन्होंने बताया कि भोपाल के पास उनके सामान चोरी हो गए हैं। पुलिस के मुताबिक लगभग डेढ़ लाख की चोरी का अनुमान है।
कोच अटेंडेंट ने नहीं सुनी-एसी कोच के यात्रियों ने बताया कि सुबह छह बजे भोपाल पहुंचने पर चोरी होने की सूचना उन्होंने कोच अटेंडेंट को दी, लेकिन वह शिकायत को अनसुना कर भोपाल में ही उतर गया।

भोपाल भेजेंगे रिपोर्ट

मामले की कायमी जीरो पर की गई है। घटनास्थल भोपाल का है इसलिए विवेचना के लिए प्रकरण को भोपाल जीआरपी को सुपुर्द किया जाएगा।संजू कामले, टीआई जीआरपी

इनके साथ हुई घटना
सुषमा करंदीकर-नईदिल्ली से आ रहीं उज्ौन के व्यासनगर निवासी सुषमा करंदीकर एसी कोच ए-1 में थीं। उनके साथ जेठानी विजया करंदीकर भी थीं। चोरी गए पर्स में मोबाइल, एटीएम व वोटर आईडी कार्ड और पांच हजार नकदी थी।

डॉ. सूर्या राव व डॉ. सी. भास्करराव-जमशेदपुर निवासी डॉ. सूर्या राव पति डॉ. सी. भास्करराव के साथ नई दिल्ली से ए-1 कोच में बर्थ नंबर 33 व 29 पर थीं। चोरों ने उनका बैग उड़ा दिया। इसमें मोबाइल, दवाइयां, कागजात और दो हजार रूपए थे। दंपती महाकालेश्वर के दर्शन करने आ रहे थे। सामान की कीमत 20 हजार रूपए है।
दीक्षा याणी-इंदिरानगर निवासी दीक्षा याणी ग्वालियर से सवार हुई थीं। रिजर्वेशन एस-12 कोच में था। सुबह भोपाल पहुंचने पर देखा तो सूटकेस गायब था, जबकि सूटकेस को उन्होंने चेन से बांध कर रखा था। चोर चेन काटकर सूटकेस ले गए। उसमें कपड़े, मोबाइल चार्जर व कागजात थे।

सोहनलाल-सेठीनगर निवासी सोहनलाल पिता मंगलेश कटकानी कोच एस-8 में थे। चोरों ने उनका बैग चुराया जिसमें कपड़े, एटीएम व जरूरी कागजात थे।
जगदीश रंगवानी-संतराम सिंधी कालोनी निवासी जगदीश रंगवानी पिता अर्जुन दास परिवार समेत जालंधर कैंट से उज्जैन आ रहे थे। एस-12 कोच से चोरों ने उनका सूटकेस, ट्रॉली बैग चुराया। इसमें सोने के दो कड़े, पासपोर्ट व कपड़े आदि थे। जगदीश के मुताबिक चोरी गए सामानों की कीमत लगभग 80 हजार रूपए हैं।