अभिनेता संजय दत्त को तीसरी बार मिली पैरोल को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। कई राजनीतिक दलों ने इस पर आपत्ति व्यक्त की है। भाजपा और शिवसेना ने संजय पर की गई इस मेहरबानी को लेकर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर दिया है।शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाया है कि संजय दत्त पर इतनी मेहरबानी क्यों की जा रही है। कानून सबके लिए एक समान होना चाहिए। अगर उन्हें इतनी रियायत मिल रही है तो मालेगांव ब्लास्ट के दोषियों के साथ अलग रुख क्यों अपनाया जा रहा है। उन्होंने इस मामले में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि क्योंकि संजू बाबा की बहन प्रिया दत्त कांग्रेस एमपी हैं इसलिए संजय को इतना लाभ मिल रहा है।

शिवसेना ने तो तीखे तेवर अपनाते हुए पूछा है कि जब कानून सबके लिए बराबर है तो फिर मालेगांव ब्लास्ट के आरोपी साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित के साथ भेदभाव क्यों? इधर, भाजपा ने भी मुन्ना भाई को मिली पैरोल पर सवाल उठाए हैं।

संजय को मिले पैरोल के खिलाफ मुंबई हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की गई है। इस याचिका में आरोप लगाया गया है कि येरवडा जेल के अधीक्षक और पुणे के संभागीय आयुक्त ने 53 साल के दत्त की पैरोल अवधि बढ़ाने के मामले में अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल किया है।

गौरतलब है कि साल 1993 के मुंबई बम धमाकों के मामले में सजा काट रहे अभिनेता संजय दत्त की पैरोल की अवधि एक और महीने बढ़ा दी गई है। बताया जाता है कि अभिनेता पत्नी मान्यता के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पैरोल की अर्जी दायर की थी। हाल ही में मान्यता की सर्जरी भी हुई है। संजय की पैरोल की अवधि 21 मार्च तक बढ़ा दी गई है।