26/11 जैसा आतंकी हमला दोहराने की खतरनाक साजिश नाकाम
भारतीय तटरक्षक बल ने सतर्कता और चौकसी से पाकिस्तान की एक और नापाक हरकत की साजिश को नाकाम कर दिया है। विस्फोटक लेकर अरब सागर में भारत की ओर आ रही एक नौका का पीछा किए जाने पर उस पर सवार संदिग्धों ने नौका में विस्फोट कर दिया। इसके बाद नौका डूब गई।पाकिस्तान की ओर से यह हरकत मुंबई हमले की छठी बरसी के करीब डेढ़ महीने बाद की गई है। मुंबई हमले के लिए भी दस पाकिस्तानी आतंकी कराची से नौका के जरिए ही पहुंचे थे। 11नवंबर, 2008 के उस हमले में 166 लोग मारे गए थे।
खुफिया सूचना पर यूं चला ऑपरेशन
रक्षा मंत्रालय के अनुसार 31 दिसंबर को खुफिया रिपोर्ट मिली थी कि कराची के निकट केती बंदर से मछली मारने वाली एक नौका अरब सागर में कुछ अवैध गतिविधियों की साजिश कर रही है। सूचना के आधार पर तटरक्षक बलों के जहाज तथा विमानों ने उसी रात एक ऑपरेशन चलाया गया। उस क्षेत्र में मौजूद तटरक्षक जहाज को चौकसी तथा निगरानी के लिए मोड़ दिया गया। मध्य रात्रि को पोरबंदर से करीब 365 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण में बिना लाइट वाली एक संदिग्ध नौका दिखी। तटरक्षक जहाज ने नौका के क्रू और कार्गो को जांच के लिए रुकने की चेतावनी दी। लेकिन नौका ने भारतीय जल सीमा से भागने की कोशिश में अपनी गति और तेज कर दी।
एक घंटा तक पीछा किया
तटरक्षक जहाज ने करीब एक घंटे तक पीछा करने के बाद चेतावनी फायरिंग कर नौका को रुकने पर मजबूर कर दिया। लेकिन नौका पर सवार चार लोगों ने तटरक्षक बलों के साथ जांच में सहयोग करने की सभी चेतावनियों की अनदेखी की। इसके तत्काल बाद नौका क्रू के सदस्य निचले डेक कंपार्टमेंट में छिप गए और नौका में आग लगा दी। इसके कारण एक विस्फोट हुआ और आग भ़़डक गई। खराब मौसम, तेज हवा तथा अंधेरे के कारण नौका पर सवार लोगों को बचाया या पकड़ा नहीं जा सका। जली हुई नौका एक जनवरी को तड़के डूब गई।
तलाश जारी
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि तटरक्षक जहाज तथा विमान उस इलाके में संभावित किसी जीवित की तलाश में ऑपरेशन चला रहे हैं। समुद्र की ओर से आशंकित खतरे की चेतावनी के बाद तटरक्षक बल तथा अन्य सुरक्षा एजेंसियां जलीय सीमा तथा तटीय क्षेत्रों में पिछले करीब दो महीने से काफी सतर्कता और चौकसी बरत रहे हैं।