होलिका दहन का सही तरीका
होली हिन्दुओं का बेहद प्यारा त्योहार है. मुख्य तौर पर होली का उत्सव 2 दिन मनाया जाता है. पहले दिन होलिका दहन किया जाता है. इस दिन लकड़ियों को जलाकर होलिका दहन किया जाता है. जबकि दूसरे दिन रंग और गुलाल के साथ होली मनाई जाती है. सबसे पहले बात करते हैं होलिका दहन की उस विधि के बारे में जिसे करने से आप अपनी हर इच्छा पूरी कर सकते हैं. इसकी मदद से आप सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं. मान्यता है की अगर होलिका दहन को पूरे विधि-विधान के साथ किया जाए तो घर में कभी भी पैसो की कमी नहीं होती और बड़ी से बड़ी परेशानियों का हल अपने आप ही निकल जाता है. ऐसे में अगर आप भी पैसो की कमी से परेशान हैं और घर में सुख समृद्धि का वास चाहते हैं तो इस होलिका दहन पर इस तरह करें पूजा.
होलिका दहन कैसे करें
होलिका दहन करने से पहले होली की पूजा करें . होलिका दहन के मुहूर्त में फूल ,गुलाब, पानी ,कलावा और गुड़ से होलिका का पूजन करें . गोबर से बनाई गई खिलौने की चार मालाएं अलग से घर में ला कर रखें .इसमें से एक माला पितरों के नाम, दूसरी हनुमान जी के, तीसरी शीतला माता के नाम की और चौथी माला अपने परिवार के नाम की निकाल लें .अब सबसे पहले कच्चे सूत के धागे को होलिका के चारो और परिक्रर्मा करते हुए लपेटते हुए लोटे का शुद्ध जल ,चावल, फूल,गुड़ ,साबुत हल्दी , मूंग, बताशे , गुलाल, नारियल साथ ही नई फसल के धान और गेहूं की बलियां एक एक करके होली की आग में चढ़ाते जाएं .
होलिका दहन के बाद उसकी थोड़ी सी भस्म अपेन साथ जरूर लाएं , जब भी आप किसी शुभ काम के लिए कहीं जाए तो माथे पर इस भस्म से टिका लगा लें. ऐसा करने से आपका कोई भी काम नहीं रुकेगा .साथ ही ये उपाय आपके बिजनेस को बढ़ाकर आपको धन लाभ भी करवाएगा.