बेरूत। दक्षिण बेरूत में लेबनान के शिया हिज्बुल्ला आंदोलन के मजबूत गढ़ माने जाने वाले इलाके में दो आत्मघाती बम विस्फोट में कम-से-कम 43 लोगों की मौत हो गई और 180 से अधिक लोग घायल हो गए। इन हमलों की जिम्मेदारी चरमपंथी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है।

पुलिस ने बताया कि राजधानी के दक्षिणी उपनगर बुर्ज अल-बराजना में एक शॉपिंग केंद्र के सामने दो लोगों ने आत्मघाती विस्फोट किए। प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से रेड क्रॉस ने इन विस्फोटों में 43 लोगों के मरने और 181 लोगों के घायल होने की सूचना दी है। यह घटना शाम करीब छह बजे की है।

ये इलाका शिया बाहुल्य है और यहां हिज्बुल्ला लड़ाकों की पकड़ काफी मजबूत है। सूत्रों के अनुसार, जहां धमाके हुए हैं उसके पास फलस्तीनी शरणार्थियों का एक शिविर भी है। घटना की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने देश में राष्ट्रीय शोक की घोषणा कर दी है। प्रधानमंत्री तामम सालम ने लोगों से एकजुटता की अपील की है।

बता दें कि हिज्बुल्ला ने सीरिया में चल रहे संघर्ष में राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थन में अहम भूमिका निभाई है। साथ ही जब से सीरिया में संघर्ष चल रहा है तभी से बेरूत में कई बार धमाके हो चुके हैं। इसकी वजह से लेबनान में सुरक्षा और स्थिरता को लेकर काफी चिंता जताई जा रही है। मौजूदा बम धमाकों को 1990 में हुए लेबनान के गृह युद्ध के बाद का सबसे गंभीर धमाका माना जा रहा है।