बालाघाट . रेत अब रेत नहीं रही, बल्कि सोना हो गई है। दरअसल, रेत के दाम आसमान छू रहे हैं। प्रदेश में रेत घाट की स्वीकृति नहीं मिलने के कारण माफिया इसे मनमाफिक दामों पर बेच रहे हैं। भले ही रेत अवैध खनन से क्यों न निकाली जा रही हो। इधर, कार्रवाई से बचने के लिए माफिया वाहनों को पॉलीथीन या फिर अन्य साधनों से ढककर उसका परिवहन कर रहे हैं।रेत का इस तरह से परिवहन किए जाने का नजारा रोजाना बोनकट्टा से कटंगी मार्ग पर देखा जा सकता है।

जानकारी के अनुसार मप्र और महाराष्ट्र राज्य की सीमा क्षेत्र बोनकट्टा के पास से बहने वाली बावनथड़ी नदी में� माफिया रेत का अवैध खनन कर रहे हैं। दरअसल, महाराष्ट्र राज्य की सरकार ने आष्टी में रेत खदान की स्वीकृति प्रदान की है। लेकिन ठेकेदारों द्वारा प्रदेश की सीमा में खनन किया जा रहा है। इसके बाद इसका परिवहन मप्र के ही जिलों में किया जा रहा है। इसके लिए बकायदा प्रदेश की ही सड़कों का उपयोग किया जा रहा है।

आखिर क्यों ढकते हैं पॉलीथीन से

रेत माफिया कार्रवाई से बचने के लिए वाहनों में भरी रेत को पॉलीथीन व अन्य सामग्री से ढक देते हैं। ताकि रास्ते से गुजरते समय सीधे रेत पर अधिकारियों की नजर न पड़ जाए। इसी वजह से रेत माफिया वाहनों में ढककर रेत का परिवहन कर रहे हैं।

अलग-अलग जिलों में परिवहन

भले ही रेत का खनन मप्र की सीमा में किया जा रहा है, लेकिन इसका परिवहन अन्य जिलों में किया जा रहा है। जिसमें सिवनी, मंडला, सागर, जबलपुर सहित अन्य जिले शामिल हैं। अन्य जिलों में रेत के परिवहन का कार्य पिछले पांच-छ: माह से बदस्तूर जारी है। माफिया द्वारा पहले रेत के परिहवन के लिए बम्हनी तिरोड़ी मार्ग का चयन किया गया था। बम्हनी सहित समीपस्थ अन्य ग्रामों के ग्रामीणों द्वारा विरोध किए जाने के बाद माफिया ने रेत परिवहन के लिए अब दूसरा मार्ग चिन्हित कर लिया है। अब रेत माफिया सीधे बोनकट्टा से तिरोड़ी-कटंगी होते हुए अन्य जिलों में पहुंच रहे हैं।

ये हैं दाम

रेत घाट में अलग-अलग वाहनों को भरने के लिए दाम निर्धारित कर दिए गए हैं। इसी दाम पर वाहनों को पोकलेन व जेसीबी मशीन से भरा जाता है। इसके बाद यहां से उसका परिवहन किया जाता है। मौके पर पहुंची पत्रिका टीम को मिली जानकारी के अनुसार एक डम्पर को 3 हजार से 35 सौ रुपए में भरा जाता है। दस चका को 4 से 6 हजार रुपए में और बड़े ट्रकों को सात से आठ हजार रुपए में भरा जाता है। रेत माफिया द्वारा रेत घाट से जब वह रेत लेकर निकलता है तो जिले अनुसार उसके दामों में वृद्धि कर दी जाती है। महज सिवनी जिले में ही एक डम्पर रेत के 8-9 हजार रुपए में बिक रही है। जबकि अन्य वाहनों के दाम इससे अधिक रहते हैं। सिवनी के अलावा अन्य जिलों में रेत के दाम सोने से अधिक हो गए हैं।