बालाघाट। साहब! जब अस्पताल में इलाज नहीं दे पा रहे तो ताला लगा दो। सोमवार को नवजात शिशुओं की मौत से आक्रोशित जमा भीड़ ने एसडीएम को जमकर खरी-खोटी सुनाई। जिला अस्पताल के सामने ट्रामा सेंटर में सोमवार की सुबह नवजात शिशुओं की मौत को लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार और अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्थाओं को जमकर कोसा। इतना ही नहीं आक्रोशितों ने मौके पर समझाइश देने पहुंचे एसडीएम और पुलिस कर्मियों से जमकर हुज्जत की। ट्रामा सेंटर में सुविधाओं की कमी और डॉक्टरों की लापरवाही से नवजात शिशु दम तोड़ रहे हैं। कलेक्टर के निर्देश के बाद सोमवार की शाम को एडीएम और एसडीएम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया था।

जमीन में लेट रहीं प्रसूताएं

ट्रामा सेंटर को गायनिक वार्ड बनाकर जिला अस्पताल प्रबंधन ने वैकल्पिक इंतजाम तो कर दिया, लेकिन यहां जरूरी सुविधाएं नहीं जुटाई गईं। इससे यहां जच्चा और बच्चा को बदहाली का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि ट्रामा सेंटर में प्रसूताओं को बेड नसीब नहीं हो रहे हैं। प्रसूताओं को जमीन में लिटाया जा रहा है।

गुल हो बिजली तो अंधेरा

ट्रामा सेंटर में बिजली के वैकल्पिक इंतजाम नहीं हैं। यहां बिजली गुल हो जाए तो व्यवस्था ठप हो जाती है। वैकल्पिक व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन 5 माह बीत जाने के बाद भी नहीं कर पाया है।

बारिश में टपकती है छत

नवनिर्मित ट्रामा सेंटर की बिल्िडग की छत बारिश में जगह-जगह से टपकती है। ट्रामा सेंटर में लगातार बारिश से गायनिक वार्ड में पानी भर जाता है। ऐसे में उन प्रसूताओं को ज्यादा तकलीफ झेलनी पड़ती है। उन्हें यहां जमीन पर बिस्तर डालकर लेटाया जाता है।

सुरक्षा के नहीं इंतजाम

ट्रामा सेंटर में सुरक्षा के भी इंतजाम नदारद हैं। 13 जुलाई की रात को यहां एक युवक शराब के नशे में फर्जी डॉक्टर बनकर गायनिक वार्ड में घुस गया था। जिसने प्रसूता के साथ अश्लील हरकत की थी।

लापरवाही से पहले भी एक नवजात की हो चुकी मौत

यहां गायनिक वार्ड में रुखसार को प्रसव के लिए परिजनों ने भर्ती कराया था। जहां ऑपरेशन के दौरान प्रसूता के पेट में कपास छूट जाने से उसकी हालत बिगड़ गई थी। जिसे परिजन इलाज के लिए नागपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। जहां डॉक्टर ने पेट में कपास छटने से जख्म होने की बात कही थी। महिला की मौत 30 अगस्त को हुई थी। परिजनों ने ट्रामा सेंटर के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया।

6 अगस्त को फटा था ऑक्सीजन सिलेंडर

ट्रामा सेंटर में 6 अगस्त को गायनिक वार्ड में ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से भगदड़ मच गई थी। इसमें तीन प्रसूताएं भी घायल हो गई थीं। साथ ही एक वार्ड ब्वॉय भी घायल हो गया था।

ट्रामा सेंटर में जल्द ही हर जरूरी सुविधाएं जुटाई जाएंगी। अस्पताल में नवजात शिशुओं की मौत के कारण का पता लगाया जाएगा। एडीएम द्वारा जांच कराई जा रही है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पूर्व में भी अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं सुधारने डॉक्टरों कहा गया है।

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