सवा घंटे का सफर 35 मिनट में तय कर बचा ली जान
श्रीगंगानगर:हादसे में खून से लथपथ सिपाही की जान बचाने के लिए रविवार को हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर के बीच 60 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। दो जिलों की पुलिस के आपसी तालमेल की वजह से मरीज की एंबुलेंस ने सवा घंटे की दूरी सिर्फ 35 मिनट में तय कर ली। समय पर इलाज मिलने से सिपाही प्रमोद सिहाग (26) की जान बच गई। स्थिति स्थिर होने से उसे अब जयपुर रैफर किया गया है। बॉस्केट बॉल पोल गिरने से प्रमोद जख्मी हो गया था। उसके चेहरे और सिर पर गंभीर चोटें आई थीं।
> सुबह 9:05 बजे हादसा, 9:57 बजे प्रमोद श्रीगंगानगर रेफर।
> 10:07 बजे : एंबुलेंस से प्रमोद को श्रीगंगानगर भेजा गया।
> 10:42 बजे : श्रीगंगानगर के निजी अस्पताल पहुंच गई एंबुलेंस।
> 10:07 बजे : एंबुलेंस से प्रमोद को श्रीगंगानगर भेजा गया।
> 10:42 बजे : श्रीगंगानगर के निजी अस्पताल पहुंच गई एंबुलेंस।
रविवार को हनुमानगढ़ और बीकानेर पुलिस के बीच बॉस्केट बॉल मैच था। सुबह नौ बजे मैच खत्म होने के बाद घड़साना निवासी प्रमोद बॉस्केट पोल से बॉस्केट उतार रहे थे। पोल के पीछे वजन कम होने से वह सीधा प्रमोद के चेहरे पर आ गिरा। करीब 40 किलो वजनी पोल गिरने से प्रमोद के सिर और नाक पर गंभीर चोट आई। सांस में तकलीफ के साथ ही उसे खून की उल्टियां होने लगीं। वह बेहोश हो गया। हालत नाजुक देख उसे पास के निजी अस्पताल ले जाया गया। ड्रेसिंग के बाद उसे श्रीगंगानगर रेफर कर दिया गया।
> हनुमानगढ़ एएसपी महेंद्र लाल ने तत्काल श्रीगंगानगर एसपी हरिप्रसाद से बात की और ट्रैफिक हटाने का आग्रह किया।
> श्रीगंगानगर एसपी के निर्देश पर कंट्रोल रूम से फोन किया गया और सड़क पर अलर्ट हुई पुलिस।
> रास्ते में पड़ने वाले लालगढ़ थाना और रीको चौकी पर सूचना दी गई। एंबुलेंस आने से पहले रास्ता साफ।
> एंबुलेंस से 200 मीटर आगे पुलिस की गाड़ी चलती रही। सायरन की वजह से पुलिस अलर्ट रही। रास्ता खाली करवाती गई।
> पुलिस के पांच वाहनों और 12 पुलिसकर्मियों ने संभाली व्यवस्था।
> श्रीगंगानगर एसपी के निर्देश पर कंट्रोल रूम से फोन किया गया और सड़क पर अलर्ट हुई पुलिस।
> रास्ते में पड़ने वाले लालगढ़ थाना और रीको चौकी पर सूचना दी गई। एंबुलेंस आने से पहले रास्ता साफ।
> एंबुलेंस से 200 मीटर आगे पुलिस की गाड़ी चलती रही। सायरन की वजह से पुलिस अलर्ट रही। रास्ता खाली करवाती गई।
> पुलिस के पांच वाहनों और 12 पुलिसकर्मियों ने संभाली व्यवस्था।